रायपुर. मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसले से उड़ान होती है. किसी शायर की यह लाइनें बहुत लोगों ने पढ़ी और सुनी होगी. लेकिन ये लाइन चुनाव लड़ रही एक महिला प्रत्याशी के हौंसलों को बयान करने के लिए काफी है.
कहते है चुनाव लड़ने के लिए लाखों-करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते है. लेकिन राजनांदगांव विधानसभा सीट में एक ऐसी गृहणी महिला प्रत्याशी प्रतीमा वासनीक है, जो मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को चुनाव में टक्कर देने मैदान में उतरी है.
इस महिला प्रत्याशी न के पास न तो एक ग्राम सोना और न एक ग्राम चांदी है और न ही हाथ में एक रुपया भी नकदी. लेकिन हौसला ऐसा कि सभी के हौंसले पस्त कर दे. चल-अचल संपत्ति न होने के बावजूद वे प्रदेश की सबसे हॉट माने जाने वाली राजनांदगांव सीट से टक्कर देने उतरी है. इस महिला प्रत्याशी के पास महज 1200 रुपए बैंक खाते में ही मौजूद है. जबकि ये जिनको टक्कर देने चुनाव में उतरी है उनके पास करोड़ों रुपए की चल-अचल संपत्ति मौजूद है. अब ये तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि ये महिला प्रत्याशी चुनाव में अपने सामने मौजूद दो केंद्रीय पार्टी के प्रत्याशियों के सामने कितने वोट हासिल कर पाती है.