पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. अक्सर आपने गांव के सरपंचों के बारे में अपने कार्य में लापरवाही की ही बात सुनी होगी. लेकिन हम आज आपको एक ऐसी सरपंच के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसके बारे में आप जानकर आपको सरपंचों के बारे में सुनी सारी बातें मिथक लगने लगेंगी.

दरअसल ये कहानी है फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कुम्ही की महिला सरपंच रेणुका साहू की, जिसने ऐसा कार्य किया है कि वो अब इस जिले में मिसाल बन गई हैं. बता दें कि रेणुका ने ग्रामीणों को पांच एकड़ पड़त भूमि में गार्डन बनाकर एक ऐसा नायाब उपहार दिया है. जिससे पूरे गांव के लोग शुध्द पर्यावरण और ताजी हवाओं का आनंद ले रहे हैं. दरअसल गांव के इस जमीन पर अतिक्रमण का खतरा मंडरा रहा था,जिसे भांपते हुए सरपंच ने इस शानदार कार्य को मूर्त रूप दिया है. ऐसे में सरपंच की इस सोच का सर्मथन करने से पंचायत प्रतिनिधि भी पीछे नहीं हटे और पंचायत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर गार्डन गार्डन विकसित करने की योजना को साकार किया.

आस-पास के ग्रामीण भी…

बकली रोड़ की ओर 5 एकड़ क्षेत्र में विकसित इस गार्डन की सुन्दरता देखते ही बनती है. गार्डन इतना सुंदर है कि राहगीरों का ध्यान भी बरबस ही अपने ओर खींचता है. वहीं इसी सुंदरता के कारण न केवल गांव के लगो बल्की आस-पास के ग्रामीण भी यहां ताजी सांस लेने आते हैं.

इस गार्डन को हमेशा सुंदर बनाए रखने के लिए फलदार,फूलदार और सजावटी पौधों से गार्डन से सजाया गया है. साथ ही इस गार्डन में सिंचाई हेतु 5 एचपी का मोटर पंप लगाया गया है,जिससे गार्डन में सिंचाई की जाती है. वहीं लोगों के आराम से बैठने के लिए एक चबूतरा का भी निर्माण किया गया है,जिसमें बैठकर लोग सुकून महसूस करते हैं.

आकर्षक पेंट एवं चित्रों से…

इतना ही गार्डन विकसित करने में शासन की योजनाओं का अभिसरण भी बेहतर तरीके से किया गया है. जिसका नतीजा है कि इसी गार्डन में मनरेगा के तहत एक तालाब भी बनाया गया है जो जलसंवर्धन और निकासी पानी के सरंक्षण के लिए उपयोगी है. गार्डन के बाउण्ड्रीवाल को आकर्षक पेंट एवं चित्रों से  सजाया गया है जो काफी आकर्षक लगता है.रात होते-होते तो गार्डन की सुंदरता में और चार चांद लग जाते हैं. क्योंकि रात में ये गार्डन एल ई डी लाईट की रोशनी से जगमगा उठता है.

कलेक्टर ने कहा…

बता दें कि बीते दिन जिले के कलेक्टर श्याम धावड़े भी यहां पहुंचे थे. उनका इस गार्डन को लेकर कहना है कि कुम्ही में जो गार्डन विकसित हुआ हैं. जो पंचायत कीअच्छी सोच का परिणाम है. संम्भवता यह जिले का  पहला गांव है, जहां 5 एकड़ क्षेत्र में  खुबसूरत  गार्डन बनाया गया है.

जनपद स्तर का भी मिला सहयोग…

आपको बता दें कि कुंभ नगरी राजिम से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो हजार आबादी वाले गांव की तस्वीर बदलते ही जा रही है. शायद यही कारण हैं कि शहर के जैसी सुविधा मिलने से ग्रामीण भी खुश हैं. वहीं रेणुका साहू का कहना है कि इसे विकसित करने में जनपद स्तर पर भी सहयोग मिला और पंचायत प्रतिनिधि के अलावा ग्रामवासियों का भी सहयोग मिला, जिससे यह संभव हो सका है.

कैरियर के संबंध में भी तैयारी करने में मदद मिलती….

वहीं गांव के सेवकराम साहू कहते है कि बच्चें, बुढ़े और युवा लोग भी गार्डन का मजा ले रहे है, यहाँ आकर सुकुन भरा वातावरण से मन आनंदित हो जाता है. गांव के ही युवक हरिशंकर ने कहा कि हम प्रतिदिन अपने दोस्तो के साथ यहाँ टहलने आते हैं. यहां का शांत वातावरण में हम पढ़ाई और कैरियर के संबंध में भी तैयारी करने में मदद मिलती है.