अंकुर तिवारी, कांकेर. आज एक लाल फिर शहीद हो गया और छोड़ गया अपने दो प्यारे-प्यारे मासूम बच्चों को जो आज सुबह से बेहद खुश थे, कि पापा का आज जन्मदिन है. लेकिन किसे पता था कि आज ही लाल इन नक्सलियों की काली करतूत का शिकार हो जायगा.
दंतेवाड़ा में आज आईडी की चपेट में आने से 7 जवान शहीद हो गए हैं. इन्हीं शहीद जवानों में कांकेर का सालिकराम था. जिसका आज ही जन्मदिन था और आज के ही दिन वो देश पर न्योछावर हो गया है .सालिकराम के जन्मदिन पर चिरौंनी गांव स्थित उनके घर में खुशियां मनाई जा रहीं थीं, पत्नी और बच्चे भी काफी खुश थे, बताया जाता है कि बच्चों से सलिकराम ने जल्द ही वापस आने की बात कहकर घर से रवाना हुआ था. लेकिन जैसे ही सालिकराम के घरवालों को उनके शहीद होने की खबर मिली पूरे घर में मातम पसर गया.
चाराम ब्लॉक के चिरौंनी गांव के रहने वाले सालिकराम तीन भाई थे. जिनमें सालिकराम दूसरे नंबर का भाई था. उनके दोनों भाई होमगार्ड के पद पर कांकेर में ही पदस्थ हैं. साथ ही सालिकराम के दो बेटे भी हैं, उन्हें नहीं पता था कि, जन्मदिन पर ही उनके पिता उनसे दूर चले जाएंगे.
लेकिन दंतेवाड़ा में निजी वाहन से जगरगुंडा लौटते हुए सालिकराम आईडी की चपेट में आ गए. सालिकराम के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके घर पहुंची, घर में कोहराम मच गया,परिजन बिलखन लगे. इतना ही नहीं पूरे गांव में शोक की लहर है और आस पास के लोग एवं परिजन उनके घर पहुंचने लगे हैं. वहीं देर रात उनकी पार्थिव देह के गांव पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।