नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर जताई जा रही है. इसी बीचा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक ली. स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही कह चुका है कि देश में अभी भी दूसरी लहर कायम है. पीएम मोदी ने राज्यों को हर जिले में दवाओं का बफर स्टॉक रखने को कहा है. इसके साथ ही अगले कुछ महीने के लिए टीकों के उत्पादन, आपूर्ति और पाइपलाइन पर भी समीक्षा की.

इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे में वृद्धि के बारे में जानकारी दी गई. पीएम मोदी ने बैठक के दौरान देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की भी समीक्षा की. इस दौरान पीएम मोदी ने राज्यों को हर जिले में दवाओं का बफर स्टॉक रखने को कहा. प्रधानमंत्री ने अगले कुछ महीनों के लिए वैक्सीन के उत्पादन, आपूर्ति और पाइपलाइन की समीक्षा की. पीएम मोदी ने म्यूटेंट के उद्भव की निगरानी के लिए निरंतर जीनोम अनुक्रमण की आवश्यकता के बारे में बात की.

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण कह चुके हैं कि भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा था कि 35 जिलों में अभी भी 10 प्रतिशत से अधिक की साप्ताहिक कोविड पॉजिटिविटी रेट की रिपोर्ट कर रहे हैं, जबकि 30 जिलों में यह पांच से 10 प्रतिशत के बीच है.

इस बीच वैक्सीनेशन के मोर्चे पर केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि भारत की आधी से अधिक व्यस्क आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है, जबकि 18 प्रतिशत को दोनों डोज लग चुके हैं. देश में अब तक कुल 72 करोड़ वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं.

पिछले महीने केंद्र सरकार द्वारा गठित एक पैनल ने अपनी नई रिपोर्ट में चेतावनी दी थी कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर के आसपास चरम पर हो सकती है. यह भी कहा गया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में उन बच्चों के लिए बेहतर चिकित्सा तैयारी होनी चाहिए जो व्यस्कों के समान जोखिम में हो सकते हैं.

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