संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का महासमर अभी खत्म नहीं हुआ है. अभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में उपाध्यक्ष का चुनाव होना है. पंचायत क्षेत्रों में उपसरपंच व जनपद व जिला पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव होना बाकी है. इसे लेकर दावेदारों में होड़ मची हुई है. जोर आजमाइश का खेल जारी है. इस बीच इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर आम ज़ुबानी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का एक परिणाम लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है. दरअसल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पंच, सरपंच व जनपद एवं जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव होता है. ऐसे में इन चारों पदों पर एक ही परिवार के सदस्यों का चुनाव जीतना चर्चा का विषय बना हुआ है.

जानिए कौन है चुनाव जीतने वाले एक ही परिवार के लोग
मुंगेली जिले के लोरमी ब्लाक के ग्राम मानिकपुर में एक ऐसा परिवार है, जहां एक ही परिवार के चार सदस्य पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं. यह बात सामने आई है कि इस परिवार का क्षेत्र की राजनीति व समाजसेवा में पिछले 30-35 वर्षों से एक विशेष दखल है. वर्तमान में इस परिवार का नेतृत्व सतनामी समाज के गौरकरण भास्कर करते हैं, जो सामाजिक पदाधिकारी भी है.
बता दें कि इस परिवार से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए हुए मतदान के परिणाम में पंच पद के लिए धरमीन बाई भास्कर को मतदाताओं ने चुना है. सरपंच पद के दिलीप भास्कर को 950 वोटों से जीत दिलाई है. वहीं मनीता दिलीप भास्कर को जनपद पंचायत सदस्य के लिए 2000 प्लस वोटों से जीत मिली है. वहीं शांति देवचरण भास्कर को मतदाताओं ने जिला पंचायत सदस्य के रूप में सेवा का अवसर दिया है. ज्ञात हो कि उक्त परिवार से सन 1995 में द्रोपदी रिखीराम भास्कर सरपंच चुनी गई थी. सन 2000 में गौकरण भास्कर सरपंच निर्वाचित हुए थे.
समाज के लोगों के साथ जुड़ाव का मिला फायदा
2005 में दिलीप भास्कर को पंच और 2010, 2015, 2020 में सरपंच चुने गए थे. अब 2025 में चौथे बार सरपंच चुने गए हैं. सन 2015 में मनीता दिलीप भास्कर जनपद पंचायत सदस्य चुनकर आई थीं. अब वे तीसरी बार फिर जनपद पंचायत सदस्य चुनकर आई है. वहीं शांति देवचरण भास्कर दूसरी बार जिला पंचायत सदस्य के रूप में चुनी गई. अबकी बार भाजपा अधिकृत प्रत्याशी के रूप में रिकार्ड तोड़ मतों से ऐतिहासिक जीत हासिल कर पुनः जिला पंचायत सदस्य के रूप में सामने आई है. ऐसा माना जाता है कि मुंगेली जिले के मानिकपुर गांव के उक्त भास्कर परिवार क्षेत्र के गांव समाज विशेष के लोगों के साथ काफी मजबूती से जुड़े हुए हैं, जिसका नतीजा भी चुनाव परिणाम के रूप में सामने आया है.
शांति भास्कर ने रिकॉर्ड वोट से दर्ज की जीत
शांति देवचरण भास्कर जिला पंचायत सदस्य के रूप में दूसरी बार जीतकर आई है. इससे पहले 2015 में भी वह बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी बनकर जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई और फिर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी भी रही. इस बार उन्होंने कुल 23 हजार मत प्राप्त कर 18498 वोट से जीत दर्ज कर रिकॉर्ड कायम किया है. वहीं उनकी देवरानी मनीता भास्कर इस बार हैट्रिक लगाते हुए तीसरी बार जनपद सदस्य चुनकर आई. इससे पहले 2015 में बीजेपी अधिकृत प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर जनपद सदस्य और फिर उपाध्यक्ष बनी. इसके बाद 2020 में भी बीजेपी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर जनपद सदस्य बनी और जनपद अध्यक्ष के लिए बीजेपी के तरफ से प्रत्याशी भी रही. इसके अलावा 2015 में भी इस एक ही परिवार से सरपंच, जनपद व जिला पंचायत सदस्य चुने गए थे. तब भी यह परिवार चर्चा का विषय बना था.
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