Raipur News: प्रतीक चौहान. तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र में एक बड़े धोखाधड़ी मामले ने तूल पकड़ लिया है. स्थानीय निवासी नेभन कुमार ताम्रकार ने ऋषभ गोयल पर झूठे प्रलोभन देकर 6,83,500 रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर ऋषभ गोयल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


नेभन कुमार ताम्रकार (44 वर्ष), जो गोवर्धन नगर, नेवरा में रहते हैं और ताम्रकार ऑटो सेंटर का संचालन करते हैं, ने 16 अप्रैल 2025 को तिल्दा नेवरा थाने में शिकायत दर्ज की. उनके अनुसार, 20 अगस्त 2022 को ऋषभ गोयल ने उनकी दुकान पर आकर एक स्कीम के बारे में बताया. इस स्कीम के तहत हर महीने 2,500 रुपये जमा करने पर 24 महीनों बाद 60,000 रुपये नकद या टीवीएस कंपनी का दोपहिया वाहन मिलने का वादा किया गया. साथ ही, हर महीने लकी ड्रॉ के जरिए एक व्यक्ति को 60,000 रुपये या दोपहिया वाहन देने की बात कही गई.
नेभन ने बताया कि ऋषभ गोयल ने शुरू में स्कीम के तहत लकी ड्रॉ निकालकर कुछ लोगों को पुरस्कार दिए, जिससे लोगों का भरोसा बढ़ा. हालांकि, दो साल पूरे होने के बाद न तो नेभन को और न ही अन्य निवेशकों को उनकी जमा राशि या वाहन मिला. नेभन ने स्वयं 60,000 रुपये जमा किए थे, जिसकी रसीद उनके पास है. उनके अलावा, कई अन्य लोगों से भी ऋषभ गोयल ने पैसे जमा कराए, जिनमें शामिल हैं:
- अरोष उर्फ लालचंद तनवानी: 50,000 रुपये
- सुरेंद्र कुमार निषाद: 60,000 रुपये
- सरस्वती बंजारे (पुत्री दीपिका के नाम): 27,500 रुपये
- जय उर्फ जयेंद्र केशरवानी: 25,000 रुपये
- विजय कुमार साहू: 60,000 रुपये
- पुखराज शर्मा (स्वयं और पत्नी रजनी शर्मा के नाम): 72,000 रुपये
- राजेश अग्रवाल (सुजीता, पायल, यश अग्रवाल, चंद्रशेखर, भरत लहरे, पार्थ वर्मा के नाम): 3,19,500 रुपये
कुल मिलाकर, ऋषभ गोयल पर 6,83,500 रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. नेभन ने बताया कि ऋषभ गोयल ने यह राशि अपने घर (वार्ड नंबर 12) पर मासिक किश्तों के रूप में ली और रसीदें दीं. बार-बार मांगने पर भी उसने पैसे लौटाने में आनाकानी की. पुलिस ने प्रथम दृष्टया जांच के बाद ऋषभ गोयल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया और विवेचना शुरू कर दी है.