लखीमपुर. दलित परिवार के तीन सदस्यों के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर तीनों ये कदम उठाया है. आरोप है कि मकान पर कब्जे को लेकर महिला पुलिस परिवार पर दबाव बना रही थी. जिससे तंग आकर पिता और दो बेटों ने मौत को गले लगा लिया.

पूरा मामला मौलानी थाना क्षेत्र का है. जहां बाबूपुर गांव में रहने वाले राम नरेश ने बुधवार रात अपने घर पर फांसी लगा दी थी. गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा. जिसके बाद परिवार ने राम नरेश का अंतिम संस्कार किया. इसी दिन उसके दोनों बेटों ने भी खुदकुशी कर ली. जिसमें बड़े बेटे मुकेश ने ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी. वहीं छोटे बेटे सुधीर ने घर में फांसी लगा ली. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इधर परिजनों ने पड़ोसियों पर मकान विवाद के चलते तीनों को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने एक महिला सिपाही समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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मामले को लेकर खीरी एसपी गणेश साहा ने बताया कि मृतक और जिन्हें आरोपी बनाया गया है ये दोनों पक्ष रिश्तेदार हैं. दोनों आसपास ही रहते हैं. गांव वालों की ओर से बताया गया कि कुछ समय पहले राम नरेश की पत्नी की मौत हो गई थी. जिसके बाद एक ही घर में दोनों का खाना बनता था. लेकिन कुछ महीनों से दोनों के बीच मकान बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था. अभियुक्तों का दावा था कि ये घर उनका है और उन्हें हिस्सेदारी चाहिए. इस बीच बुधवार को राम नरेश ने आत्महत्या कर ली. जिसके बाद उनके दोनों बेटों ने पिता को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इसी दौरान मृतक के दोनों बेटों की भी खुदकुशी की खबर आ गई. ये बेहद दुखद है. फिलहाल चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है.