भगवान गणेश विघ्नहर्ता देव हैं, जो हर कष्ट, संकट व विघ्न को हर लेते हैं, इसीलिए हर मांगलिक कार्य में उनकी पूजा सबसे पहले करने का विधान है. यदि कोई भक्त अपने जीवनभर के संकटों को दूर करना चाहे तो उसके लिए शास्त्रों में भगवान गणेश के संकष्टी चतुर्थी के व्रत का विधान भी गणेश पुराण में बताया गया है, जो व्यक्ति संकष्टी चतुर्थी का व्रत करता है, उसके जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है. वहीं बता दें कि इस व्रत का पारण चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद किया जाता है.
संकष्टी चतुर्थी व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
चैत्र कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 28 मार्च को शाम 6 बजकर 56 मिनट से
चैत्र कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि समाप्त- 29 मार्च को रात 8 बजकर 20 मिनट पर Read More – Abhishek Bachchan और Aishwarya Rai का डांस वीडियो आया सामने, ‘गल्लां गूड़ियां’ गाने में एक साथ झूमते आए नजर …
संकष्टी चतुर्थी व्रत तिथि- 28 मार्च 2024
संकष्टी चतुर्थी पूजा शुभ मुहूर्त (सुबह)- 28 मार्च को सुबह 10 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक
संकष्टी चतुर्थी पूजा शुभ मुहूर्त (शाम)- 28 मार्च को शाम 5 बजकर 4 मिनट से शाम 6 बजकर 37 मिनट तक
चंद्रोदय का समय- 28 मार्च को रात 8 बजकर 58 मिनट पर Read More – Avneet Kaur ने सोशल मीडिया पर फ्लॉन्ट किया अपना Tattoo, फैंस हुए लट्टू …
संकष्टी चतुर्थी व्रत का महत्व
हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन उपवास रखने से और गणेश जी पूजा करने से हर कार्य में सफलता मिलती है और हर बाधा दूर हो जाती है. संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि, खुशहाली और संपन्नता आती है.
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