रायपुर. राजधानी रायपुर स्थित एम्स में मेडिकल दुकान खुलवाने के नाम पर एक युवक से 2 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने आरोपी संजीव दास मानिकपुरी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी मंत्रालय और हॉस्पिटलों में अधिकारियों से जान पहचान बताकर अपने झांसे में लिया था. पीड़ित को पैसे लेने के बाद भी ठेका नहीं मिला और आरोपी ने पैसे देने से इनकार कर दिया. जिसके बाद पीड़ित ने गंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराया है.
पुलिस के मुताबिक रूपरेला मार्ग फाफाडीह गंज निवासी रोहन नाग का शशि नाग रिश्तेदार है. शशि ने उससे कहा कि उसका एक परिचित संजीव नाम का है. जिसकी एम्स में अच्छी पकड़ है. वह एम्स में मेडिकल की दुकान दिला सकता है. इसके बाद शशी ने उसकी मुलाकात सजीव मानिकपुरी से कराया. उसने ठेके के लिए 10 लाख का खर्च बताकर 2 लाख रुपए की एडवांस कमीशन मांगा जिस पर रोहन तैयार हो गया.
इसके बाद संजू ने उसे रुपये लेकर जनवरी 2015 को फाफाडीह बाजार बुलाया. यहां पर रोहन ने साई मंदिर पास संन्यासी पारा निवासी संजीव मानिकपुरी को रुपये सौंप दिया. काफी समय बीतने के बाद भी जब ठेका नहीं मिला तो रोहन ने अपने रुपए शशि से वापस मांगे तो उसने संजीव के पास जाने के लिए कहा. पहले तो संजू उसे बार-बार चक्कर लगवाता रहा, फिर एक दिन रुपये देने से इनकार कर दिया.
जिसके बाद पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ गंज पुलिस थाना में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने जांच के बाद बुधवार को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.