रायपुर। आज ग्राम स्वराज अभियान का आखिरी दिन है. आज इसके समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आजीविका एवं कौशल विकास मेले की शुरुआत की. सीएम रमन सिंह ने कहा कि पूरे देश में ये अभियान चल रहा है और देश-प्रदेश के कार्यक्रम की मॉनिटरिंग दिल्ली से की जा रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ प्रथम आया है.
सीएम रमन सिंह ने कहा कि महिलाओं ने अपनी शक्ति दिखाई है. दंतेवाड़ा जो इतना नक्सल प्रभावित है, वहां 50 बहनें बिना डरे और घबराए ऑटोरिक्शा चला रही हैं. उन्होंने कहा कि अंबिकापुर देश में अव्वल आया है. वहां की महिला समूह सफाई में नंबर 1 आई हैं. सीएम रमन ने कहा कि राजनांदगांव में बहनें सीताफल का पल्प निकाल रही हैं और आइसक्रीम बना रही हैं. वहीं मछलीपालन से लेकर कृषि कार्य सबमें वे आगे हैं. छत्तीसगढ़ में 50 हजार बहनें 22 लाख स्कूल यूनिफॉर्म बना रही हैं. बिहान की बहनें हाथ में डंडा और सीटी लेकर रात में निकल हैं, वहीं गुंडे बदमाश डर के मारे घर में हैं. सीएम रमन सिंह ने कहा कि गांव-गांव में अभियान चलाकर पूरे छत्तीसगढ़ को ओडीएफ बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि बिहान की बहनों से आग्रह करूंगा कि एक-एक पोस्ट कार्ड धन्यवाद देने, उज्ज्वला योजना, ग्राम स्वराज, स्वच्छता अभियान के लिए लिखें.
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित ग्राम स्वराज अभियान के समापन समारोह का आयोजन राजधानी के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने किया. समारोह में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, विधायक देवजी भाई पटेल, महापौर प्रमोद दुबे, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक धनेंद्र साहू, श्रीचंद सुंदरानी, नवीन मार्कंडेय और जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष शारदा देवी भी मौजूद रहीं.
बता दें कि 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती से ग्राम स्वराज अभियान की शुरुआत हुई थी.