रायपुर. शहर के अंदर टोल प्लाजा लगाने के मामले में देश में नंबर वन बनने वाली सरकार को अंततः जनदबाव में झुकना पड़ा. लगभग 9 माह पहले टोल प्लाजा हटाने का निर्णय लिया गया था. अब टोल प्लाजा का अस्थाई दफ्तर, जनरेटर, कैमरे आदि उखाड़ने का काम शुरू कर दिया गया है. जिसके बाद क्षेत्रीयजनों सहित कांग्रेसियों में खुशी की लहर व्याप्त है. जिसे इन लोंगो ने टोल नाका पर आतिशबाजी कर जाहिर की.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल ने इस मामले में एक बयान जारी करते हुए कहा कि सितंबर 2010 में डीडी नगर (रिंग रोड)में टोल नाका लगाने के प्रयास के साथ कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ द्वारा आंदोलन प्रारंभ किया गया था, जो आन्दोलन लगभग 8 सालों तक टोल प्लाजा हटाने के फैसले तक लगातार जारी रहा. टोल नाका लगने के स्थान का निर्धारण के लिए ढांचा हटाने का काम रूका हुआ था. लेकिन अब इसे हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. कम्पनी द्वारा टोल नाका संचालन के लिये लगाया गया जनरेटर सेट, कार्यालय, शौचालय, बाथरूम आदि हटा लिया गया है.

उन्होंने टोल नाका हटाये जाने को जनता की बड़ी जीत बताते हुए कहा, कि टोल प्लाजा हटाने के लिए प्रकोष्ठ के द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के साथ सड़क से सदन तक अनेक लड़ाई जनसहयोग से लड़ी गई. जिसका सकारात्मक परिणाम निकला है. इससे स्पष्ट हो जाता है, कि कोई भी जनविरोधी निर्णय हो यदि लड़ाई लगातार लड़ी जाये तो सफलता जरूर मिलती है.

कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि पूर्ण रूप से ढांचा हटाये जाने के बाद टोल नाका वाले स्थान पर कथा-पूजन एवं हवन करके आन्दोलन की पुर्णाहूति करते हुए भण्डारे का आयोजन किया जावेगा.