रवि गोयल, सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में टोल प्लाजा पर एक बार फिर टोल संचालक की मनमानी सामने आई है। आरोप है कि टोल प्लाजा कर्मचारियों ने ट्रकों को रोककर ओवरलोडिंग के नाम पर अवैध वसूली की। इसे लेकर ट्रांसपोर्टरों और टोल कर्मचारियों के बीच जमकर विवाद हुआ।
जानकारी के अनुसार टोल प्लाजा पर ट्रकों से ओवरलोडिंग का हवाला देकर प्रति वाहन करीब 800 रुपये नगद की मांग की जा रही थी। जब ट्रांसपोर्टरों ने इसका विरोध किया तो मामला बढ़ गया। नाराज ट्रांसपोर्टरों ने अपनी सभी गाड़ियों को टोल प्लाजा के सामने खड़ा कर दिया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर घंटों तक यातायात पूरी तरह बाधित रहा। लंबा जाम लगने से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि दो दिन पूर्व भी टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने सड़क पर खंभा गाड़कर रास्ता बाधित कर दिया गया था, ताकि लोग मजबूरन टोल प्लाजा से होकर ही गुजरे।


2 जनवरी तक का था समझौता
टोल प्लाजा के संचालक ओर ट्रांसपोर्टर्स के बीच ओवरलोड गाड़ियों को लेकर एक समझौता हुआ था, जिसके तहत 2 जनवरी तक ओवरलोडिंग के नाम पर शुल्क पहले से तय था या कहे कि दिया जा चुका था, मगर टोल संचालक ने सप्ताहभर पूर्व ही गाड़ियों से वसूली शुरू कर दी। इसके चलते ट्रांसपोर्टर्स नाराज हो गए और टोल प्लाजा पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
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