Tonk SDM Thappar Kand: राजस्थान के देवली-उनियारा विधानसभा में बुधवार, 13 नवंबर को उपचुनाव के दौरान भारी बवाल हुआ। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची तो समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया।

स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग किया, लेकिन भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी। हिंसा में 10 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए, और STF के 3 जवानों के सिर में चोट आई। नरेश मीणा फरार हो गए और बाद में सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, “मैं ठीक हूं, ना डरे थे ना डरेंगे, आगे की रणनीति बता दी जाएगी।

STF के घायल जवानों को टोंक रेफर किया गया

हिंसा में STF के जवान जीतेंद्र चावला, महिपाल, और मुकेश घायल हुए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए टोंक रेफर किया गया। घायल पुलिसकर्मियों के अस्पताल पहुंचने पर सीएमएचओ डॉ. अशोक यादव और अन्य मेडिकल टीम अलर्ट पर रही।

गिरफ्तारी की कोशिश पर बढ़ी हिंसा

SDM को थप्पड़ मारने के बाद, नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे थे। पुलिस के गिरफ्तार करने की कोशिश पर समर्थकों ने पथराव और हिंसात्मक प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे पुलिस ने जवाब में लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ी। भीड़ के गुस्से ने पुलिस वाहनों को निशाना बनाते हुए उन्हें आग के हवाले कर दिया, और नरेश मीणा फरार हो गए।

स्थिति नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात

स्थिति बिगड़ने पर समरावता गांव में एसपी विकास सांगवान और एडिशनल एसपी ब्रजेन्द्र सिंह भाटी ने भारी पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात किया। इलाके में फिलहाल भारी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था कायम है।

कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय भरा पर्चा

कांग्रेस से टिकट की उम्मीद में बैठे नरेश मीणा को जब देवली-उनियारा के उपचुनाव में मौका नहीं मिला और उनकी जगह केसी मीणा को उम्मीदवार बनाया गया, तो नरेश ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।

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