Top 10 Varietie Of Dhaan : अब धान की खेती सिंचित एवं अर्ध सिंचित दोनों क्षेत्रों में होने लगी है. अर्ध सिंचित क्षेत्र में धान की खेती में बीजों की बुवाई सीधी बिजाई विधि से की जाती है. वहीं, सिंचित क्षेत्र में धान की खेती रोपाई एवं छिड़काव विधि से की जाती है. ऐसे में आने वाले महीने में किसान धान की खेती में रोपाई के लिए धान की नर्सरी लगाने का काम शुरू करेंगे. ऐसे में धान की खेती से बंपर पैदावार के लिए धान की अच्छी किस्मों की नर्सरी लगाना सबसे महत्वपूर्ण होता है.
आमतौर पर देश के विभिन्न इलाकों में धान की कई उन्नत वैराइटीज की खेती किसानों द्वारा की जाती है, जो 90 से 130 दिन में तैयार होती है. लेकिन आज हम आपके लिए धान की अच्छी क्वालिटी वाली टॉप 10 किस्मों की जानकारी लेकर आए हैं, जिनकी खेती कर आप कम समय में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.
अच्छा उत्पादन देने वाली धान की टॉप 10 किस्में (Top 10 Varietie Of Dhaan)
देश के उत्तर दक्षिण राज्यों में अधिकतर आबादी की मुख्य खेती धान है. पूरे भारत में धान की कई उन्नत किस्में है, जिनका चुनाव आप अपने क्षेत्र की भूमि, पानी और जलवायु के अनुसार कर सकते हैं. इन टॉप 10 किस्मों में पूसा – 1460, जया धान, डब्लू.जी.एल. – 32100, सीएसआर-10, पूसा सुगंध – 3, आईआर36, आईआर 64, अनामिका, एनडीआर-359 और धान: डीआरआर धान 310 शामिल है. धान फसल की उन्नत किस्मों का चुनाव किसान भाई अपने क्षेत्र की भूमि व जलवायु को ध्यान में रखते हुए कर सकते हैं.
भारत में धान की खेती
धान की खेती करने वाले राज्यों की सूची में पश्चिम बंगाल, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और असम राज्य शामिल हैं. ये राज्य मिलकर भारत में धान की अधिकांश खेती में अपना अहम योगदान देते हैं. हालांकि, चावल भारत के अन्य राज्यों जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में भी उगाया जाता है. वहीं भारत में धान की खेती का स्थान, जलवायु, मिट्टी के प्रकार, पानी की उपलब्धता और अन्य स्थानीय परिस्थितियों जैसे कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है.
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