स्पोर्ट्स डेस्क. क्रिकेट में टॉस का बहुत बड़ा रोल होता है, कभी-कभी तो टॉस ही मैच का बॉस बना देता है। अभी हाल ही में आईपीएल में देख लीजिए, ज्यादातर मैच में देखने को मिला कि जो टीम टॉस जीते वो सीधे गेंदबाजी करने पहुंच जाए, क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में ज्यादातर टीम टारगेट को चेज करना पसंद कर रही थी। क्रिकेट मैच की शुरुआत ही टॉस से होती है, और टेस्ट क्रिकेट में टॉस मैच की जान होती है। या यूं कहें की टॉस क्रिकेट के इस खेल का अभिन्न हिस्सा है।
ऐसे में भला टॉस को कैसे खत्म किया जा सकता है। कुछ दिन पहले ये बात सुर्खियों में थी कि आईसीसी टेस्ट क्रिकेट से टॉस का खत्म करने की सोच रही है। और ये बात तेजी के साथ क्रिकेट की दुनिया में बड़ा मुद्दा बन चुका था, ये सवाल खासा सुर्खियों में रहा, कुछ लोगों ने टेस्ट क्रिकेट में टॉस को खत्म करने की बात को अपना समर्थन दिया, तो कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया। एक तरह से देखा जाए तो टॉस को खत्म करने की बात विवादों में आ गई। और फिर जब ये बात आईसीसी की क्रिकेट समिति के पास पहुंची, उस पर चर्चा हुआ कि क्या सचमुच टेस्ट क्रिकेट से टॉस को खत्म कर देना चाहिए, तो इसमें जो बात सामने निकलकर आई, और टेस्ट क्रिकेट में टॉस को लेकर जो फैसला आया उसका स्वागत ज्यादा से ज्यादा लोगों ने किया।
टॉस को लेकर ICC की क्रिकेट समिति का फैसला
टेस्ट क्रिकेट में टॉस हो या न हो इस पर फैसला लेने के लिए जब बात आईसीसी के क्रिकेट समिति तक गई, तो आईसीसी की क्रिकेट समिति ने अपने बैठक में ये फैसला लिया कि टेस्ट क्रिकेट में टॉस की परंपरा को खत्म नहीं किया जा सकता। टॉस टेस्ट क्रिकेट का अभिन्न हिस्सा है। आईसीसी की क्रिकेट समिति की बैठक में चर्चा का मुख्य टॉपिक ये था कि क्या टेस्ट मैच के दौरान घरेलू हालात के फायदे को कम करने के लिए टॉस को खत्म कर देना चाहिए, और मैच के दौरान पहले टीम क्या करेगी इसका अधिकार दौरा करने वाली टीम को दे देना चाहिए। लेकिन इस पर चर्चा के बाद आईसीसी की क्रिकेट समिति ने ये डिसाइड किया कि टॉस टेस्ट क्रिकेट का अभिन्न हिस्सा है, टॉस खेल की शुरुआत में मैच की भूमिका को तय करता है। ऐसे में इसे कैसे खत्म किया जा सकता है। और इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में टॉस को जीवनदान मिल गया।
आईसीसी की क्रिकेट समिति के सदस्य
आईसीसी के क्रिकेट समिति की अध्यक्षता भारत के पूर्व महान क्रिकेटर अनिल कुंबले कर रहे थे, इसके अलावा इस समिति में माइक गैटिंग, महेला जयवर्धने, न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कोच माइक हेसन, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज और मैच रेफरी डेविड बून भी शामिल थे।
बेस्ट पिच के लिए समिति ने ये कहा
आईसीसी की क्रिकेट समिति ने टेस्ट क्रिकेट में टॉस को जीवनदान तो दे दिया, लेकिन इसके अलावा ये समिति इस बात को लेकर सहमत थी कि मेजबान देश को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को ध्यान में रखते हुए बेहतर स्तर की पिचें तैयार करनी चाहिए।