रायपुर। लॉकडाउन के दौरान समाज के भीतर छिपी मानवता अनेक रूपों में नजर आ रही है. ट्रेड यूनियन के नेताओं ने भी इसका परिचय देते हुए महाराष्ट्र में काम कर रहे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को वापस भेजने में मदद की.

ट्रेड यूनियन नेता धर्मराज महापात्र ने बताया कि पुणे के पास दाहू रोड पर सड़क निर्माण कार्य में लगे छत्तीसगढ़ के 70 श्रमिकों के महाराष्ट्र के अहमदनगर – केरगांव स्थित सरकारी शेल्टर में होने की जानकारी मिली. रायपुर और बिलासपुर में रहने वाले ये श्रमिक संकट के समय में घर आने को व्याकुल हैं.

मजदूरों की स्थिति को लेकर पुणे के आल इंडिया इंश्योरंस एम्पलॉइज एसोसिएशन से जुड़े कामरेड तिवारी से बात की. उन्होंने तत्काल अहमदनगर में कामरेड मनोज भल्ला से बात की और कुछ समय में वे केरगांव पहुंच गए और उन्होंने मजदूरों को भोजन, बच्चों को दूध उपलब्ध कराने में जुट गए. मजदूरों की स्थिति को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार को संदेश पहुंचाया गया है. जानकारी के अनुसार, विशेष श्रमिक ट्रेन में इन श्रमिकों को कल बिठा लिया जाएगा.

महापात्र ने बताया कि इस महामारी और तालाबंदी से परेशान मजदूर और गरीब जनता की सहायता में सीटू, आरडीआईयू, एमपीएमएसआरयू, माकपा के सदस्य तालाबंदी के बाद से ही पूरी शक्ति के साथ जुटे हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ के मजदूरों की सहायता के लिए कामरेड तिवारी, कामरेड मनोज भल्ला और अहमदनगर के एआईआईएआई के साथियों को सलाम किया है.