कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। प्रदेशभर के साथ ग्वालियर में भी खाद की किल्लत को लेकर अन्नदाता काफी परेशान नजर आ रहा है. वहीं इस बीच कई लोग ऐसे भी हैं जो, इस संकट के दौरान कालाबाजारी करने से भी नहीं चूक रहे हैं. यही वजह है कि ऐसे कालाबाजारी करने वाले लोगों पर ग्वालियर में अब सख्त एक्शन देखने को मिल रहा है. जहां खाद का व्यापार करने वाले व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार भी किया गया है. संभवत प्रदेश की यह पहली कार्रवाई बताई जा रही है.

दरअसल, ग्वालियर के पुरानी छावनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत रोहित-मोहित कुमार जैन नाम की फर्म के द्वारा डीएपी और यूरिया की कालाबाजारी को अंजाम देने के लिए सोमवार रात 84 बोरी मुरैना जिले में चोरी छुपे भेजी जा रही थी, लेकिन इस दौरान कृषि विभाग और पुलिस की टीम के द्वारा रायरू चौराहे पर खाद की कालाबाजारी करते हुए वाहन को मौके पर पकड़ा था. जिसके बाद जानकारी के आधार पर फर्म के संचालक मनोज कुमार जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.

इसी कड़ी में बीती देर रात आरोपी व्यापारी मनोज कुमार जैन को गिरफ्तार भी किया गया है. खाद की कालाबाजारी करते हुए 1200 रुपए की खाद की बोरी को 1400 से 1500 प्रति बोरी के हिसाब से बेचा जा रहा था. लिहाजा ग्वालियर कलेक्टर के द्वारा खाद की कालाबाजारी करने वालों पर रासुका की कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया है. ऐसे में जल्द ही व्यापारी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी की जाएगी.

गौरतलब है कि बीते दिनों प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा अन्नदाता के हक पर डाका डालने बालों पर सख्ती के साथ कार्रवाई का निर्देश दिया था. मंत्रियों के सख्त तेवर को देख ग्वालियर में यह कार्रवाई का असर देखा गया है. फिलहाल पुलिस आरोपी से इस बात की भी जानकारी जुटा रही है कि आखिर खाद की कालाबाजारी में और कौन-कौन लोग शामिल है?

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