शाहपुर । आरा-बक्सर फोरलेन पर शनिवार की दोपहर शाहपुर थाना क्षेत्र के इटवां गांव के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार ट्रक और वेगनार कार की आमने-सामने की टक्कर में आरा ट्रैफिक थाना में कार्यरत दरोगा मो. जलालुद्दीन (52 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में ट्रक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दरोगा जलालुद्दीन बक्सर जिले के सिमरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सातों सिमरी गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में अपने परिवार के साथ आरा नगर थाना क्षेत्र के वलीगंज में रह रहे थे। वह बकरीद के मौके पर कुर्बानी के लिए अपने गांव जा रहे थे, तभी इटवां गांव के पास यह भीषण दुर्घटना हो गई। हादसा इतना भयावह था कि कार के परखच्चे उड़ गए और जलालुद्दीन कार में बुरी तरह फंस गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया और आरा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

ट्रक ड्राइवर की हुई पहचान

ट्रक चालक की पहचान उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ निवासी
राजेश कुमार (45 वर्ष) के रूप में हुई है, जो हादसे में गंभीर रूप से घायल है। हादसे की सूचना मिलते ही ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु थानाध्यक्ष श्रवण कुमार समेत अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे। डीएसपी ने बताया कि दरोगा जलालुद्दीन छुट्टी पर थे और अपने गांव जा रहे थे। उन्होंने उन्हें एक ईमानदार और कुशल पदाधिकारी बताया।

क्या बोले पुलिस अधिकारी

डीएसपी सुधांशु ने कहा, जलालुद्दीन हमारे विभाग के काफी तेज-तर्रार पदाधिकारी थे। शहर के गोपाली चौक, शिवगंज, जज कोठी जैसे इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या को वह तुरंत हल कर देते थे। उनके जाने से विभाग को अपूरणीय क्षति हुई है। विभाग उनके परिवार के साथ खड़ा है। मृतक के बेटे इरफान ने बताया कि उनके पिता अपने गांव में कुर्बानी देने के लिए निकले थे। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।

दो शादियां की थी

जलालुद्दीन ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी नजमा खातून की मृत्यु के बाद उन्होंने बेबी खातून से विवाह किया था। पहली पत्नी से उनकी दो बेटियां रजिया और नाजिया हैं, जबकि दूसरी पत्नी से दो बेटियां गुड़िया और खुशी तथा एक बेटा इरफान है स्थानीय पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुब गया।