सूरजपुर। जिले में एक बार फिर से सिस्टम पर सियासत भारी पड़ते दिख रहा है. जी हां 24 घंटे पहले जिले के नये पदस्थ पुलिस अधीक्षक ने कई थाना प्रभारियों समेत पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर आदेश निकाला था, जिसमें कहा गया था कि तत्काल आमद देकर ज्वाइनिंग देने की सूचना दें. ट्रांसफर के बाद कांग्रेस विधायकों की एंट्री ने आदेश पर पानी फेर दिया.

पुलिस अधीक्षक ने ट्रांसफर करने से पहले विधायकों से कोई चर्चा नहीं की न ही लिस्ट की जानकारी दी, जिससे जिले के दोनों विधायकों को ये बात इतनी नागवार गुजरी की पुलिस अधीक्षक को उनकी नाराजगी का शिकार होना पड़ गया. अपने आदेश को रोकने को मजबूर होना पड़ा.

बताया तो यहां तक जा रहा है कि इस मसले पर दोनों विधायकों ने पुलिस अधीक्षक को सर्किट हाउस में तलब भी किया था. लिहाजा विधायकों के ऐसे तेवर को देखकर सभी हैरान हैं.

बता दें कि 13 तारीख की रात जिले के पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने जिले के 21 पुलिस अधिकारियों का तबादला सूची जारी किया था, जिसमें 5 थाना प्रभारी और 6 चौकी प्रभारी भी शामिल थे.

इन प्रभारियों के प्रेमनगर विधानसभा सहित भटगांव क्षेत्र के थाना और चौकी भी शामिल हैं. यही बात दोनों विधायकों को नागवार गुजरी और पुलिस अधीक्षक को तबादला आदेश रोकने को कहा.

इधर इस फरमान को पुलिस अधीक्षक दबी जुबान पर स्वीकार तो कर रहे हैं, लेकिन कैमरे के सामने कुछ भी कहने को तैयार नहीं हुए. हालांकि भटगांव विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने स्वीकार किया कि अभी जिले में नए निरीक्षकों का तबादला हुआ और कई को आकर ज्वाइनिंग करना है. ऐसे में ताबदला करना सही नहीं है. उनके ज्वाइनिंग के बाद तबादला करने को कहा है.

ये है आदेश की कॉपी-

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