सत्यपाल सिंह,रायपुर। डीकेएस अस्पताल में ट्रांसजेंडर ने 15 दिन पहले ऑपरेशन के जरिए लिंग परिवर्तन कराया था. जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. ऑपरेशन के बाद पता चला कि डॉक्टर पेसाब का नली निकालना ही भूल गए थे. मौत के बाद गुस्साएं परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजन पोस्टमार्टम कराने पर अड़े हुए हैं. घटना की जानकारी लगते ही ट्रांसजेंडर विद्या राजपूत भी अस्पताल पहुंची हुई है. जानकारी के मुताबिक ट्रांसजेंडर का नाम माया है, जो कि घरघोड़ा की रहने वाली थी और रायपुर के डीकेएस अस्पताल में इलाज कराने पहुंची थी.
मृतक के भाई विकास सिंह और मां मधु ने बताया कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से माया की मौत हुई है. जिस डॉक्टर को ऑपरेशन करना था वह ऑपरेशन के दौरान मौजूद नहीं था. आनन-फ़ानन में अन्य डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया है और पूरे अंतड़ी को बाहर निकाले. एक के बाद एक दो ऑपरेशन किया गया. पहले ऑपरेशन में पेशाब नली को भूल जाने के कारण पेट फूलने लगा और अंतड़ी में इन्फेक्शन हो गया. तीन दिनों से कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आए, जो बच्ची 300 किलोमीटर दूर से चलकर यहाँ इलाज कराने स्वस्थ रूप से आई थी. उसकी अचानक तीन दिन में कैसे मौत हो गई. इस पर हम जाँच चाहते हैं.
थर्ड जेंडर संग के ट्रांसजेंडर विद्या राजपूत ने बताया कि एक साल पहले हमने ऐसे ऑपरेशन से हो रही मौत को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं करने के लिए नोटिस जारी करते हुए प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन की व्यवस्था की है. लेकिन यह लगातार पाँचवा केस है, जो इस अस्पताल में इलाज कराने आने के दौरान मौत हुई है. जबकि यहाँ कोई विशेषज्ञ नहीं हैं. हम चाहते हैं कि जाने वाली तो चली गई, लेकिन उनके परिजन के जो 4-5 लाख रुपये ख़र्च हुए हैं. उसको सरकार वापस लौटाएँ. ऐसे लोग जो ऑपरेशन कराना चाहते हैं उनके लिए सरकार उचित व्यवस्था करे.
वहीं हमने हॉस्पिटल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की, लेकिन उपाधीक्षक और अधीक्षक हॉस्पिटल में मौजूद नहीं है. फोन से संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.