इमरान खान, खंडवा। खंडवा में राशन कालाबाजारी (Ration black marketing case in Khandwa) मामले में जिम्मेदारों ने मान लिया है कि ट्रक और गोदाम में सरकारी गेहूं था। अधिकारी अब ट्रांसपोर्ट कंपनी को ब्लैक लिस्टेड और आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
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दरअसल खंडवा के गांव मछौंडी रैय्यत के पैठिया मोहल्ले से पीडीएस के गेहूं बरामद हुआ था। गेहूं ओंकारेश्वर और भोगांवा की राशन दुकानों पर बंटने वाला था। विभाग के अनुसार ये गेंहू पीडीएस का सरकारी गेहूं था। शुरुआती जांच में कालाबाजारी के इस खेल में करीब 7-8 लोगों के नाम सामने आए हैं। जिसकी जांच जारी है। जल्द ही इन माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। वहीं गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी को ब्लेक-लिस्टेड किया जाएगा।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि खंडवा एसडीएम अरविंद चौहान ने लगातार मिल रही शिकायतों के बाद देर रात मछौंडी रैय्यत स्थित गोदाम पर दबिश दी थी। जिसमें ट्रक से खाली होता अनाज भी बरामद किया गया था। टीम की छापामार कार्रवाई के दौरान अनाज माफिया ज़फ़र और उसके आदमी मौके से भाग निकले थे। जिसके बाद एसडीएम ने बरामद किया गेंहू तथा ट्रक जावर पुलिस के हवाले कर इस पुरे ममाले की जांच अब फूड विभाग कर रहा है।
250 क्विंटल गेहूं बरामद किया गया था
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि जावर थाना अंतर्गत गांव मछौंड़ी रैय्यत में पकड़ाया गेहूं राशन दुकानों का था। 150 क्विंटल गेहूं गोदाम और 100 क्विंटल गेहूं ट्रक से बरामद किया गया था। गेहूं खरीदने वाला व्यापारी जफर मोहम्मद मंडी में अनाज कारोबारी है। कालाबाजारी में ट्रांसपोर्टर की मुख्य भूमिका है। 7 से 8 लोगों में ट्रांसपोर्टर समेत गोदाम मालिक, व्यापारी, ट्रक ड्राइवर, राशन दुकानों के सैल्समेन व इससे संबंधित लोगो है। दो-तीन दिन के भीतर सभी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
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