गरियाबन्द। विश्वभर में पेड़ों की कटाई और ग्लोबल वार्मिंग को लेकर चिंता जताई जा रही है. भारत में भी घट रहे जंगल और मौसम में आ रहे बदलाव के बाद देश भर में वृक्षारोपण पर बल दिया जा रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में वन विभाग के अधिकारियों की कहीं लापरवाही तो कहीं मिलीभगत से पेड़ों की कटाई बदस्तूर जारी है. इसका असर अब कई इलाकों में देखने को भी मिल रहा है.

गरियाबंद इलाके के धवलपुर के अलावा मैनपुर रेंज में भी तालाब निर्माण के नाम पर पेड़ों का संहार किया जा रहा है. यहां अब तक 100 से ज्यादा पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई है. इसके साथ ही तालाब निर्माण में अनियमितता का मामला सामने आने पर डीएफओ जेआर भगत ने जांच की और क्लीन चिट दे दिया.

डीएफओ द्वारा क्लीन चिट देने के बाद मामला सियासी रंग लेने लगा है.कांग्रेस नेता संजय नेताम ने डीएफओ की शिकायत वनमंत्री से करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि साहब ने जांच कर ली और उन्हें कटे हुए पेड़ नजर नहीं आए, अब वीडियो को मंत्री को दिखाएंगे, जो भी दोषी है उन पर कार्यवाही की मांग की जाएगी. कांग्रेस नेता सजंय का आरोप है कि इससे पहले भाजपा के शासन काल मे वन विभाग में मोटी कमीशन का खेल चलता था, टाइगर प्रोजेक्ट हो या वन भैसों को संरक्षण देना इनके नाम पर पैसे पानी की तरह बहाया गया है. ऊपर से लेकर नीचे तक मामला सेटल कर लिया गया था इसलिय कार्यवाही भी नहीं होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा.

उधर डीएफओ जे आर भगत ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि दोनों मामले की जांच कर लिया है, किसी भी तालाब के लिये पेड़ नही काटे गए है,काम भी सही हुआ है.

डीएफओ साहब ने भले ही क्लीन चिट दे दिया है लेकिन पेड़ों की कटाई का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल होने लगा है. अब जो वीडियो सामने आए हैं उसमें साफ दिख रहा है कि किस तरह जंगल को वहां पर उजाड़ा जा रहा है. वीडियो में तालाब निर्माण के लिए जेसीबी से की जा रही खुदाई नजर आ रही है साथ ही काटे गए पेड़ व ठूंठ भी दिखाई दे रहे हैं.

देखिये वीडियो

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