रामकुमार यादव, सरगुजा। राजमिस्त्री संदीप लकड़ा हत्याकांड में अब नया मोड़ आ गया है। हत्या के विरोध में आदिवासी समाज एकजुट हो गया है और वहीं जिला प्रशासन से 2 करोड़ के मुआवजे की मांग की है। इस घटना में पुलिस की सुस्त कार्रवाई पर भी सवाल उठाएं हैं। इधर आंदोलन को बढ़ता देख आईजी सरगुजा ने सीतापुर थाने के उपनिरीक्षक और आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आदिवासियों की नाराजगी को देखते हुए सरगुजा रेंज के आईजी ने सीतापुर थाने के उप निरीक्षक आरसी राय और आरक्षक रूपेश को निलबिंत कर दिया गया है। दोनों पर ही हत्याकांड की लीपापोती का आरोप है। जांच बाद और भी पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है।
वहीं आरोपी अभिषेक पाण्डेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने सीतापुर थाने का घेराव किया। प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद सर्व आदिवासी समाज का प्रदर्शन समाप्त हुआ। तीन दिन के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी करने का पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है। सर्व आदिवासी समाज ने आरोपियों के गिरफ्तारी और 2 करोड़ मुआवजे के बाद मृतक संदीप लकड़ा का शव लेने की बात कही है।
बता दें कि जिले में तीन माह से लापता राजमिस्त्री की लाश टंकी के नीचे बरामद हुई थी। फिल्म दृश्यम की स्टाइल में वारदात को अंजाम दिया गया था। 15 फीट खुदाई के बाद पुलिस ने शव निकाला, जो पूरा कंकाल बन गया था। घटना सरगुजा संभाग के मैनपाट के लूरैना गांव हुई थी। राजमिस्त्री संदीप लकड़ा संदिग्ध परिस्थितियों में जून से लापता हुआ था। इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पर पुलिस ने पूरी तहकीकात की पर कुछ पता नहीं चला था। जब फिर ठेकेदार और सहयोगियों से दोबारा पूछताछ की गई तब पुलिस को सफलता मिली। राजमिस्त्री संदीप की हत्या कर पानी टंकी निर्माण के लिए खोदे गए नीव में उनके शव को दफनाया गया था। बता दें कि जल जीवन मिशन के ठेकेदार अभिषेक पांडे ने मृतक के खिलाफ चोरी की शिकायत मैनपाट थाने में की थी।
पुलिस ने दो दिन पहले ठेकेदार अभिषेक पांडेय और उसके सहयोगियों से कड़ाई से पूछताछ की तो इस वारदात को राज खुला। ठेकेदार और सहयोगियों ने बताया कि चोरी की घटना पर नाराजगी थी। संदीप की पिटाई हुई थी, अगली सुबह संदीप की मौत हो चुकी थी। इसके बाद 60 किलोमीटर दूर ले जाकर पानी टंकी के लिए खोदे गए नीव में संदीप का शव गाड़ दिए और उस पर पानी टंकी बना दी थी।