चंडीगढ़। विजिलैंस ब्यूरो द्वारा उनके खिलाफ दर्ज किए गए भ्रष्टाचार के मामले में अब रमन अरोड़ा व उनके रिश्तादरों के नाम पर दर्ज संपत्तियों की जांच ब्यूरों ने शुरू कर दी है. पिछले अढ़ाई सालों के दौरान रमन अरोड़ा के रिश्तेदारों के नाम पर दर्ज संपत्तियों की भी जांच की जा रही है.

इतना ही नहीं रिश्तेदारों से उनकी संपत्तियों की जानकारी ली जाएगी. यह संपत्तियों उन्हें कैसे मिली है यह भी जांच के दायरे में आएगा. सम्पत्ति का स्त्रोत भी उसके मालिक से पूछा जाएगा. विजीलैंस ब्यूरो इस समय इस सारे प्रकरण में गहराई से जांच कर रहा है. इसी तरह विजीलैंस ब्यूरो ने बेनामी संपत्तियों को लेकर अपनी जांच शुरू कर दी है और कई कमर्शियल बिल्डिंगों को लेकर भी जांच का घेरा बढ़ने जा रहा है.
आपको बता दे कि विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस ने शनिवार को जिला अदालत में पेश किया. विजिलेंस ने अदालत से 10 दिन का रिमांड मांगा, लेकिन अदालत ने फिलहाल उन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है.
सरकारी वकील ऋषि ने अदालत में तर्क दिया कि विधायक रमन अरोड़ा के कुछ साथी अब भी गिरफ्तारी से बाहर हैं. इस पूरे नेटवर्क की जांच होनी बाकी है. उन्होंने कहा कि अवैध वसूली से जो पैसे जमा किए गए, उनसे किस-किस जगह संपत्तियां खरीदी गईं और कहां-कहां निवेश किया गया, इसका अभी पता नहीं चला है.
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