पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही खूबसूरत रिश्ता होता है, लेकिन इसी के साथ ये बात भी सच है कि इस रिश्ते को चलाने के लिए पति और पत्नी दोनों का ही साथ होना जरूरी है. अगर इस रिश्ते में कोई एक पार्टनर दूसरे की तुलना में ज्यादा भावनात्मक तरीके से जुड़ाव महसूस करता है और दूसरे व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता है तो रिश्ते को संभालना काफी मुश्किल हो जाता है.

ऐसा ही होता है जब आपका पार्टनर आपकी फीलिंग्स की कद्र नहीं करता. ऐसे में रिश्ते में अकेलापन लगने लगता है और ये ठीक नहीं है. कई बार ये स्थिति पत्नियों के साथ होती है कि वो रिश्ते में बंधने के बाद भी अकेलेपन के कारण परेशान हो जाती हैं.

खुद का करें सम्मान

अपने में कुछ बदलाव लाकर आप ना सिर्फ अपना रिश्ता बचा सकती हैं बल्कि अपने पति को भी उनकी गलती का एहसास करा सकती हैं.
वो कहते हैं ना अगर आप खुद अपना सम्मान नहीं करेंगे तो कोई आपकी इज्जत नहीं करेगा. ऐसे में यदि आपका पति आपके बदसलूकी करता है, आपका सम्मान नहीं करता तो उनके सामने कभी खुद को कम ना समझें. ऐसे में कुछ समय में आपका पार्टनर आपकी बात समझेगा और आपका सम्मान भी करेगा.

आपकी केयर भी करेंगे और आपका सम्मान भी करेंगे

जो लोग हर बात पर जी-जी करते रहते हैं, बाकि लोग उन्हें काफी हल्के में लेने लगते हैं. ऐसे में अगर मानों आपकी तबियत ठीक नहीं है तो इस बारे में अपने पति को खुल कर बताएं कि आप खाना नहीं बना सकतीं. उन्हें अपनी तबियत खराब होने का भी एहसास कराएं. इससे जब उन्हें सच पता लगेगा तो वो आपकी केयर भी करेंगे और आपका सम्मान भी करेंगे ऐसा करने से आपके बीच की दूरियां भी कम होंगी.

कपल थेरेपी ट्राई करें

अगर आपको लग रहा है कि रिश्ते में कुछ भी नहीं सुधर रहा है तो आपको थेरेपी जैसी चीज़ें भी ट्राई करनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि कपल थेरेपी कई बार आपकी स्थिति को बेहतर बनाने का काम कर सकती है. कई बार अपने रिश्ते की जो समस्या हम खुद नहीं समझ पाते हैं वो कोई और समझ लेता है. अगर इसके बाद भी रिश्ते में कोई सुधार नहीं हो रहा है तो आपको किसी एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए.

क्या है कपल थेरेपी?

आमतौर पर तो कपल थेरेपी में कपल्स से बातचीत करना इंवॉल्व होता है. जिससे उनकी बात या मुद्दे के मूल को समझा जा सके. कपल थेरेपी में चिकित्सक कुछ स्पेसेफिक प्रश्न पूछेगा ताकि कपल, हेल्दी लेकिन हॉनेस्ट यानी अधिक ईमानदार तरीके से कम्यूनिकेट करने, एक-दूसरे के दृष्टिकोण और भावनाओं को बेहतर ढंग से समझने और रिश्ते को नए तरीके विकसित करने में मदद मिल सके.

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