विक्रम मिश्र, प्रयागराज. आस्था, अध्यात्म, धर्म का महाकुम्भ प्रयागराज में अब कुछ दिनों में ही शुरू हो जाएगा, लेकिन आस्था का जनसैलाब अभी से अपने उफान पर है. हालांकि, सिर्फ आस्था से महाकुम्भ को जोड़ना सही नहीं होगा. क्योंकि ये महाकुम्भ स्थानीय ही नहीं दूर-दराज के छोटे व्यवसायियों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है.
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बता दें कि महाकुंभ नगर के नंदी द्वार के निकट सेक्टर 17 में रोटी-सब्ज़ी की दुकान ठेले पर चलाने वाले मध्यप्रदेश के व्यापारी अजय ने बताया कि अभी मेला शुरू होने में 3 दिन शेष हैं और वो डेढ़ महीने पहले से ही यहां पर अपनी दुकान लगाए हुए हैं. और उनकी रोज़ की कमाई या यूं कहें कि शुद्ध बचत 2 हज़ार रुपये है. उनका मानना है कि अभी जैसे-जैसे महाकुम्भ में लोग जुटेंगे तो उनकी कमाई का आंकड़ा 6 हज़ार हर रोज तक पहुंच जाएगा.
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दूसरी तरफ चाट और पानीपुरी का ठेला लगाने वाले सीतापुर से आए नवयुवक व्यवसायी रमेश ने बताया कि वो भी अभी मेला शुरू होने से पहले 1 से डेढ़ हजार रुपये तक की कमाई रोज कर रहे हैं. जबकि, महाकुम्भ के शुरू होने और पहले स्नान के समय आने तक उनकी कमाई में लगभग दोगुना इजाफा हो जाएगा.
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