दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। जिले के अझवार में जल संकट के बीच पंचायत ने तुगलकी फरमान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि हैंडपम्प से केवल 2 मटके से अधिक पानी भरने पर कार्रवाई की जाएगी है। इसके लिए बकायदा मुनादी भी कराई गई है।
दरअसल, डिंडोरी जिले की अझवार पंचायत में पानी की भारी किल्लत है। लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। गांव में एक ही हैंडपम्प चालू है। ऐसे में पंचायत ने यह फरमान जारी है।
वहीं मामले को लेकर क्षेत्र के पूर्व जनपद सदस्य और भाजपा नेता राजेश कुशराम ने समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि क्षेत्र के जलसंकट को लेकर पूर्व में जिला प्रशासन और PHE विभाग को पत्राचार किया जा चुका है। न नल जल योजना पहुंची और न ही जल जीवन मिशन। ऐसे में पानी बचाने पंचायत का यह फरमान सही है।
जलसंकट की वजह से गांव में रिश्तेदारी से कतराते हैं लोग
डिंडोरी जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत गांगपुर में भी बढ़ती गर्मी के चलते जलसंकट गहरा गया है। गांव में अब तक नलजल योजना का शुभारंभ नहीं किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अब तो गांव में लोग अपनी बेटी की शादी करने में भी कतराने लगे हैं। गांव में दो हैंडपम्प है, जिसमें एक बच्चों के आंगनबाडी के लिए है।दूसरे हैंडपंप में भूमि स्वामी ने अपना मोटर पम्प लगाकर कब्जा जमाया हुआ है। ऐसे में ग्रामीण महिलाओं को दूर नर्मदा नदी से पानी जाना पड़ता है।
अपनी शिकायत को लेकर जब गांगपुर की महिलाएं डिंडोरी जनपद कार्यालय पहुंची तो सीईओ डिंडोरी जनपद गणेश पांडे नदारद मिले। ग्रामीण महिलाओं ने कार्यालय के आवक जावक शाखा में शिकायत देकर PHE विभाग पहुंचीं, जहां उन्होंने PHE विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा से अपनी समस्या सुनाई।
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