दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों को लाने और उनके घर पहुंचाने के लिए सरकार से कांग्रेस को 1000 बसों को चलाने की इजाजत मांगी थी। सरकार ने पहले तो प्रियंका की बात मान ली लेकिन अब सरकार ने पेंच फंसा दिया है।
कांग्रेस को एक हजार बसें चलाने की इजाजत देने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने नया पेंच फंसा दिया है। अब प्रियंका गांधी को सरकार ने देर रात फिर से नया पत्र भेजा है। जिसमें कहा गया है कि प्रियंका गांधी लखनऊ के डीएम को बसों का फिटनेस सर्टिफिकेट, ड्राइवरों का लाइसेंस और कंडक्टर्स का विवरण सुबह 10 बजे तक भेज दें। ये पत्र उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा देर रात भेजा गया है। खास बात ये है कि इस पत्र का जवाब भी प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह ने दे दिया है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण उत्‍तर प्रदेश के लाखों मजदूर दूसरे राज्य में फंसे हुए हैं। इनको सकुशल अपने घर लाने के लिए कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से 1000 बसों को चलाने की इजाजत मांगी थी। जिसका पूरा खर्च कांग्रेस ने वहन करने की बात कही थी। इस प्रस्‍ताव को सरकार ने स्‍वीकार कर लिया था लेकिन देर रात सरकार ने इसमें पेंच फंसा दिया। कांग्रेस ने सरकार पर इसे लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है। वहीं अब इस मुद्दे पर सरकार और कांग्रेस के बीच जंग छिड़ गई है।