ललित सिंह ठाकुर,राजनांदगांव। जिले के घुमका थाना इलाके में व्यवसायी पति-पत्नी की हत्या कर दी गई थी. दोनों हरियाणा के रहने वाले थे, जो यहां लीज पर जमीन लेकर अपना खेती का व्यवसाय कर रहे थे. पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है. नौकर अपने दोस्त के साथ मिलकर व्यवसायी दंपति को मौत की नींद सुला दी थी. पुलिस ने दोनों शातिर हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है. SP डी श्रवण कुमार ने मामले का खुलासा किया है.

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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घुमका क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करेला में 28 अक्टूबर की रात हरियाणा निवासी महावीर सिंह जाट और उनकी पत्नी मीनाक्षी की हत्या का मामला सामने आया था. मृतक महावीर सिंह जाट उम्र लगभग 42 वर्ष अपनी पत्नी मीनाक्षी उम्र लगभग 36 साल के साथ रहता था. लगभग 2 वर्ष पहले वाणीराव देशमुख से उनकी जमीन को लीज पर लिया था. वहां काम कर रहे थे.

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बुधवार की शाम 7:00 बजे तक महावीर को देखा गया था. उसके बाद वहां काम करने वाले नौकर अपने घर चले गए थे. सुबह सात बजे जब नौकर आए तो महावीर को नहीं देखा और घर पर ताला लगा हुआ था, जिसकी सूचना काम करने वाले नौकर ने वाणीराव देशमुख को दी.

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आसपास और परिजनों से उनकी जानकारी चाही, लेकिन जानकारी नहीं मिलने के कारण इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और घर में लगे ताले को थोड़ा, जैसे ही दरवाजा खोला महावीर सिंह की लाश दरवाजे के पास पड़ी हुई मिली. वहीं उनकी पत्नी मीनाक्षी की लाश पलंग पर लहूलुहान स्थिति में मिली, जिसके बाद SP डी श्रवण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम, SDOP जीसी पति के निर्देश पर टीम का गठन किया गया.

टीम ने लगातार संदिग्ध लोगों से पूछताछ की, तो बता चला कि 2 लोग जिनका नाम महेंद्र यादव और लोकेश यादव है. दोनों की उम्र लगभग 25 से 27 वर्ष की है. बताया गया है कि यह दोनों पहले महावीर सिंह के यहां काम करते थे. इनका लगभग 35 हजार रुपये का लेनदेन था, जिसके चलते हत्या की गई है. आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त की गई रॉड और अन्य सामग्री जब्त की गई है.

साइबर टीम की रही अहम भूमिका

बता दें कि इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में साइबर टीम की भी अहम रही. इसमें दयाशंकर मिश्रा , महेश रजक , राजेश पाटले , तुकाराम ठाकुर , इलेश्वर साह, दिगाम्बर सिदार, रोहित बंजारे , वेदप्रकाश रत्नाकर और थाना प्रभारी ठेलकाडीह सतीश पुरिया, आशीष वर्मा , आर ब्रीजेश साहू , चौकी प्रभारी जालबांधा पवन पटवा प्रआर आशुतोष सिंह और साइबर सेल प्रभारी सउनि द्वारिका प्रसाद, अनित शुक्ला, आरक्षक मनीष मानिकपुरी, मनीष वर्मा, मनोज खूंटे, हेमंत साहू, आदित्य सिंह की अहम भूमिका रही.

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