रामकुमार यादव, अंबिकापुर। रतनजोत प्लांटेशन में करोड़ों के घोटाले मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सूबे के पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के ओएसडी रहे आरके कश्यप सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में तीनों आरोपी पिछले 12 वर्षों से फरार थे. इन्हें पुलिस ने राजधानी रायपुर से गिरफ्तार किया है. वहीं मामले का एक अन्य आरोपी राकेश रमन सिंह फरार बताया जा रहा है.
कश्यप संयुक्त संचालक के पद पर पदस्थ हैं वहीं गिरफ्तार दूसरा आरोपी राणा प्रताप सिंह उपसंचालक के पद पर पदस्थ है. लुंड्रा पुलिस ने साल 2009 में कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ धारा 420 ,409 ,67 ,68 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था. तीनों आरोपियों पर फर्जी मस्टररोल के आधार पर मजदूरी भुगतान करने का आरोप था. आरोप था कि अधिकारियों ने भुगतान करने के नाम पर एक करोड़ बारह लाख अठहत्तर हजार 340 रुपये का गबन किया था. अपराध पंजीबद्ध करने के बाद से पुलिस आरोपियों की लगातार पतासाजी कर रही थी.
रतनजोत लगाने के कार्य में फर्जीवाड़े को लेकर अधिवक्ता अमरनाथ पांडे ने न्यायालय में परिवाद दाखिल किया था. परिवाद पर फैसला सुनाते हुए न्यायालय ने पुलिस को आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजाबद्ध करने का आदेश दिया था. जिसके बाद लुंड्रा पुलिस ने अधिकारियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया था.
इस मामले में सरगुजा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने कहा कि 2009 में यह मामला लुंड्रा थाने में पंजीबद्ध था. जिसके आरोपियों की पतासाजी लगातार जारी थी. जिस को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह के निर्देश पर एसडीओपी सीतापुर के नेतृत्व में एक टीम बनाकर रायपुर भेजा गया. जहां से दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. वहीं एक आरोपी सर्वेयर राकेश रमन सिंह पुलिस की पहुंच से फरार है जिसकी पता शाजी जारी है. वहीं दोनों आरोपियों को अंबिकापुर जेल भेज दिया दिया गया है.