रायपुर। मोबाइल के लोकप्रिय होने के साथ शातिर लोगों को ठगी का भी एक जरिया मिल गया है. शातिर अब मासूम लोगों को ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली पॉवर बैंक थमा रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने दो मोबाइल दुकान के संचालकों के साथ एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है. 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अमलेश्वर, दुर्ग निवासी मनीष टंडन पिता दुजलाल टंडन ने 27 सितंबर को मौदहापारा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें उसने बताया था कि अपने दोस्त के साथ जीई रोड स्थित दुकान में वाद्ययंत्र सामग्री लेने आया था, जहां एक व्यक्ति अच्छी कंपनी का  पॉवर बैंक बताते हुए एमआई और विवो कंपनी के नाम वाले पॉवर बैंक बेच रहा था. उसने 400 रुपए प्रति नग के हिसाब से चार पॉवर बैंक 1600 रुपए में खरीदे.

बाद में पॉवर बैंक को अच्छी तरह से देखने पर नकली प्रतीत हुआ, जिस पर प्रार्थी ने खोलकर देखा तो उसे नकली पाया. इसकी रिपोर्ट उसने मौदहापारा थाना में दर्ज कराई. पुलिस ने विवेचना के दौरान जोई रोज में नकली पावर बैंक बेच रहे एक 17 वर्षीय नाबालिक को मौके पर नकली एमआई, विवो का पावर बैंक के साथ पकड़ा. पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह रवि भवन स्थित दुकान से सस्ते दाम पर पावर बैंक खरीदकर लोगों को अधिक कीमत पर बेच रहा है.

अपचारी बालक के बयान के आधार पर रवि भवन स्थित हिंगलाज मोबाल दुकान में छापामार कार्रवाई की, जिसमें दुकान संचालक पवन कुमार व उदाराम चौधरी के कब्जे से ओप्पो कंपनी के नकली 33 पॉवर बैंक, सेमसंग कंपनी का नकली 90 पॉवर बैंक, एमआई कंपनी के नकली 110 नग पावर बैक, विवो कंपनी का नकली पावर बैंक सहित 262 नग नकली पावर बैंक जब्त की. पूछताछ में आरोपी पावर बैंक का कोई वैध दस्तावेज भी पेश नही कर पाए.

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पिछले एक माह से मुबई से ट्रॉन्सपोर्ट के जरिये नकली पॉवर बैंक मंगाते रहे हैं, जिसका बिल नहीं रहता. आरोपियों ने पॉवर बैक को नकली होना स्वीकार किया. नकली पॉवर बैंक के कवर में 1930 रुपए लिखा है, इस हिसाब से जब्त पॉवर बैंक की कीमत 5,00000 रुपए अनुमानित है. मामले के शिवानंद नगर में किराये से रहने वाला एक अन्य आरोपी ओमप्रकाश विश्नोई फरार है जिसकी पतासाजी की जा रही है.