रायपुर. अगले साल अप्रैल 2026 में Chhattisgarh से Rajya Sabha की दो सीटें रिक्त होने जा रही हैं. इसमें Rajya Sabha सदस्य फूलोदेवी नेताम और कवि तेजपाल सिंह तुलसी का कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 को खत्म होगा. इसके साथ ही Chhattisgarh में Rajya Sabha की दो सीटों के लिए चुनाव होंगे. जिसमें एक सीट भाजपा और एक सीट कांग्रेस को मिलना तय है. उल्लेखनीय है कि Chhattisgarh विधानसभा में 90 सदस्यों में 54 भाजपा, 35 कांग्रेस और एक गोड़वाना गणतंत्र पार्टी का विधायक है.
9 अप्रैल 2026 को खत्म होगा कार्यकाल
राज्यसभा सीटों को लेकर अभी से शुरू हुई लॉबिंग
- फूलोदेवी नेताम और कवि तेजपाल सिंह तुलसी है वर्तमान राज्यसभा सांसद
- देशभर में नवंबर 2025 से अप्रैल 2026 के बीच Rajya Sabha की करीब 70 से अधिक सीटें खाली होंगी
- Chhattisgarh विधानसभा में 90 सदस्यों में 54 भाजपा, 35 कांग्रेस और एक गोड़वाना गणतंत्र पार्टी का विधायक है

चुनाव की स्थिति में प्रथम और द्वितीय ऑप्शन को लेकर वोटिंग होगी. इसमें भाजपा के विधायक अपने Rajya Sabha प्रत्याशी को वोट करेंगे, वहीं कांग्रेस के विधायक अपने प्रत्याशी को वोट करेंगे. ऐसी स्थिति में दोनों पार्टियों से एक-एक प्रत्याशी बनाए जाएंगे. मालूम हो कि वर्तमान में Chhattisgarh से पांच Rajya Sabha सांसद हैं. इसमें फूलोदेवी नेताम, कवि तेजपाल सिंह तुलसी, राजीव शुक्ला, रंजीत रंजन और देवेंद्र प्रताप सिंह. इसमें चार राज्यसभा सदस्य पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बनाए गए थे. वहीं भाजपा के सत्ता में आने के बाद वर्ष 2024 में देवेंद्र प्रताप सिंह को Rajya Sabha सदस्य बनाया गया. वैसे तो देशभर में नवंबर 2025 से अप्रैल 2026 के बीच Rajya Sabha की करीब 70 से अधिक सीटें खाली हो जाएंगी.
कई दावेदार, लॉबिंग भी शुरू
इसमें कई दिग्गज नेत्ता व प्रमुख नाम शामिल हैं, मगर Chhattisgarh की रिक्त होने वाली दो सीट को लेकर चार महीने पहले ही चर्चा शुरू हो गई है. चर्चा की एक वजह भाजपा और कांग्रेस को संख्या बाल के मुताबिक एक-एक सीट मिलना तय है. भाजपा में Rajya Sabha सीट को लेकर वैसे तो दावेदारों की लंबी कतार है, किंतु भाजपा में सामूहिक निर्णय होता है, इसलिए भाजपा में दावेदारी को लेकर लॉबिंग नजर नहीं आती है, किंतु कांग्रेस में अभी से दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं. कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि सरकार में रहते हुए Rajya Sabha में चार सदस्य बनाए गए, इसमें तीन बाहरी थे, जिसके चलते प्रदेश कांग्रेस की जमकर किरकिरी हुई, इसलिए इस बार शायद Chhattisgarh से ही किसी की मौका मिले. कुल मिलाकर Rajya Sabha की रिक्त होने चाली दो सीटों को लेकर राजनीतिक गलियारे में चचर्चाएं शुरू हो गई है.



