Agra News. आगरा के थाना जगनेर क्षेत्र में स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम में बीते शुक्रवार की मध्य रात को दो सगी बहनों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों की ओर से घटनास्थल की पड़ताल की गई, जिसमें सामने आए एक सुसाइड नोट ने दोनों बहनों के आत्महत्या के पीछे की वजह साफ कर दी.

सुसाइड के जरिए दोनों बहनों ने आश्रम से जुड़े कुछ लोगों का नाम लेते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से कार्रवाई की गुहार लगाई हैं. बहनों ने सुसाइड में यह तक कह दिया कि आश्रम में कार्यरत इन दोषियों को आसाराम बापू की तरह आजीवन सजा मिलनी चाहिए.

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सुसाइड नोट में आश्रम से जुड़े तीन लोगों और एक महिला का काला चिट्ठा खोल दिया. इसमें रुपए हड़पने से लेकर अन्य अनैतिक गतिविधियों का पर्दाफाश किया गया है. सुसाइड नोट्स में सीएम योगी आदित्यानाथ से गुहार लगाते हुए लिखा कि आरोपियों को आशाराम बापू की तरह ही आजीवन कारावास दिया जाए.

सुसाइड नोट के तथ्यों के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है. जिन लोगों का सुसाइड नोट में नाम लिखा है, उनसे पुलिस पूछताछ करेगी. आत्महत्या से पहले दोनों ने सुसाइड नोट आश्रम के ग्रुप में भेजे थे. इसे देख स्वजन आनन-फानन में आश्रम पहुंचे. वहां दोनों बहनों के शव पंखों के हुक से साड़ी के फंदे पर लटके मिले.

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बहनों ने सुसाइड नोट में आश्रम के कर्मचारी नीरज सिंघल, उसके पिता, धौलपुर के ताराचंद और ग्वालियर की रहने वाली एक महिला समेत आश्रम के चार कर्मचारियों को अपनी मृत्यु का जिम्मेदार ठहराया है. उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. जगनेर कस्बा की रहने वाली 37 वर्षीय एकता और उनकी छोटी बहन 34 वर्षीय शिखा वर्ष 2005 में ब्रह्मकुमारीज आश्रम से जुड़ी थीं.

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