शिवम मिश्रा, रायपुर. राजधानी में 13 साल पहले अपने मां-बाप की हत्या कर घर के गार्डन में दफनाने वाले आरोपी बेटे उदयन दास को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. जानकारी के अनुसार, साल 2010 में हत्या कर घर के गार्डन में मां-बाप की लाश दफन कर दी थी. जिसका खुलासा 2017 में हुआ था.

बता दें कि, भोपाल में अपनी लिव इन पार्टनर आकांक्षा और रायपुर में अपने माता-पिता की हत्‍या कर दफन करने वाला सीरियल किलर उदयन दास जुर्म से बचने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. उदयन ने माता-पिता और प्रेमिका का कत्ल करके सोशल मीडिया पर जीवित रखा था.

जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बांकुरा में रहने वाले आकांक्षा उर्फ श्वेता की 2007 में उदयन नाम के लड़के से सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई थी. जून 2016 में घर से नौकरी करने की बात कहकर आकांक्षा भोपाल आ गई. यहां वह उदयन के साथ साकेत नगर में रहने लगी. उसने परिवारवालों को बताया कि मैं अमेरिका में नौकरी कर रही हूं. जुलाई 2016 के बाद आकांक्षा के परिवारवालों से बात होनी बंद हो गई. भाई ने नंबर ट्रेस कराया तो लोकेशन भोपाल की निकली. परिवार के लोगों को शक था कि आकांक्षा उदयन के साथ रह रही है. दिसंबर 2016 में आकांक्षा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई.

हालांकि, आकांक्षा की गुमशुदगी के बाद कोलकाता की बांकुरा पुलिस भोपाल आई थी, लेकिन उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा था. बाद में भोपाल पुलिस की मदद से इस पूरे हत्याकांड का खुलासा हुआ. बांकुरा पुलिस ने उदयन के खिलाफ 30 अप्रैल 2017 को केस डायरी समेत करीब 600 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की थी. 19 गवाहों के बयान और सभी साक्ष्यों के आधार पर उसे उम्र कैद की सजा मिली.

वहीं पुलिस को लगा था कि, यह सिर्फ आकांक्षा की हत्या तक ही सीमित है, लेकिन जब उसके माता-पिता के बारे में पूछा गया तो वह ठीक से जवाब नहीं दे पाया. ऐसे में पुलिस को संदेह हुआ और फिर पूछताछ में उसने जो खुलासा किया उससे पुलिस के होश उड़ गए. उसने अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास की 2010 में हत्‍या कर उनके शव रायपुर वाले मकान के गार्डन में दफना दिया था. उसने पूछताछ में बताया था कि मां अमेरिका में रहती हैं, जबकि पापा की बीमारी से मौत हो चुकी है. जबकि उसने पहले मां और फिर पिता की हत्या की थी. रायपुर में उसने खुद ही माता-पिता के शव दफनाने वाली जगह पर निशान लगाकर बताया था.