प्रदीप मालवीय,उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर (Shri Mahakaleshwar Temple) में मंगलवार सुबह से श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था में फिर बड़ा बदलाव किया गया है. करीब 1 सप्ताह से महाकाल मंदिर (Mahakal temple) के गर्भगृह में लगे आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक को हटा दिया गया है. आज सुबह से फिर 1500 की रसीद के माध्यम से श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश दिया जा रहा है.

श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक जीवन मोगी ने बताया कि उज्जैन में आयोजित सीहोर वाले कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (story teller Pandit Pradeep Mishra) की शिव महापुराण कथा के कारण मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश 3 से 10 अप्रैल तक वर्जित कर दिया गया था.

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लेकिन यह कथा समाप्त होते ही मंगलवार सुबह से 1500 की रसीद कटवाकर मंदिर के गर्भगृह में होने वाले प्रवेश को फिर से शुरू कर दिया गया है. 1500 की रसीद पर 2 व्यक्ति प्रवेश कर सकेंगे. 8 दिन बाद दोबारा यह व्यवस्था बहाल की गई है. आज से गर्भगृह में शुरू हुए प्रवेश के बाद श्रद्धालु खुश नजर आए.

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बता दें कि देशभर में 11 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग हैं. इनमें से दो मध्य प्रदेश में स्थित हैं. उज्जैन शहर में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का मंदिर है, तो खंडवा जिले में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का मंदिर है. उज्जैन बहुत ही खूबसूरत शहर है. इस शहर को सात मोक्ष प्रदान करने वाले शहरों में से एक कहा जाता है. महाकालेश्वर मंदिर के अलावा यहां भर्तृहरि की गुफा और भगवान विष्णु के पैरों के निशान भी देखने को मिलेंगे.

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