देहरादून. सचिव गृह शैलेश बगौली ने सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष से प्रदेश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के क्रियान्वयन की समीक्षा सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की. उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलाधिकारी विभिन्न मंचों के माध्यम से लोगों को जागरुक करें और उन्हें प्रोत्साहित करें कि वे अपने विवाह का पंजीकरण अनिवार्य रूप से यूसीसी के अंतर्गत कराएं. उन्होंने कहा कि आगामी 27 जनवरी 2026 को पहला यूसीसी दिवस मनाया जाएगा, इसके अंतर्गत प्रत्येक जिले में यूसीसी से संबंधित विभिन्न जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सभी जिलाधिकारियों से यूसीसी दिवस के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा हेतु सुझाव भी मांगे.
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सचिव ने कहा कि मानसून के बाद अब ग्राम स्तर तक फिर से यूसीसी से जुड़ी जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और विशेष शिविर लगाए जाएं. जो ग्राम शत प्रतिशत विवाह पंजीकरण का लक्ष्य पूरा करें, उनके ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जाए. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि अगले तीन माह में शत-प्रतिशत विवाह पंजीकरण सुनिश्चित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाए.
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बैठक के दौरान बताया गया कि विवाह पंजीकरण के क्षेत्र में बागेश्वर (63 प्रतिशत), चंपावत (60 प्रतिशत), रुद्रप्रयाग (58 प्रतिशत), पौड़ी गढ़वाल (50 प्रतिशत), उत्तरकाशी और चमोली (49 प्रतिशत) जिले अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. अन्य जनपदों को भी इस दिशा में गति तेज करने की आवश्यकता है. बगौली ने कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से भी विवाह पंजीकरण प्रक्रिया को और तेज़ करने के निर्देश दिए. बैठक में सभी जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जनपदों में यूसीसी पंजीकरण की प्रगति की जानकारी दी और क्षेत्र विशेष में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों से भी अवगत कराया.
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