शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखा है. नई शराब नीति पर उमा भारती ने सवाल उठाए हैं. उभा भारती ने कहा कि नई शराब नीति समाज को बर्बाद कर देगी. बीजेपी शासित राज्यों में शराब नीति एक जैसी हो. शराबबंदी को लेकर बड़े नेताओं से कई बार मुलाकात हुई और आश्वासन मिला. मुलाकात में क्या बात हुई ये कभी मैंने सार्वजनिक नहीं किया. इसको लेकर काफी आलोचना भी हुई.

उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को लिखे पत्र में लिखा है कि हमारे देश में नशा मुक्त समाज हो यह हमारी पार्टी के एजेंडा में हमेशा रहा. शराब भी अन्य नशों का धरातल तैयार करने वाला एक नशा है. जब शराब के नशे का प्रभाव क्षीण हो जाता है तब व्यक्ति दूसरे नशे शुरू कर देता है. पंजाब की प्रगति एवं फिर नशे में उड़ते पंजाब की कहानी सर्वविदित है. मध्यप्रदेश भी तेजी से प्रगति की ओर बढ़ता एक राज्य है, लेकिन वर्तमान में मध्य प्रदेश की नई शराब नीति प्रदेश को हर तरह से विनाश की दिशा में ले जा सकती है.

शराबबंदी के लिए तारीख पर तारीख: उमा भारती की शराबबंदी अभियान पर कांग्रेस बोली- उन्होंने कभी बड़ा आंदोलन नहीं किया न ही सड़कों पर उतरीं

आप इसके स्वयं साक्षी हो कि मैंने जब मार्च में इस जागरूकता अभियान का प्रारंभ किया, जो कि हमारी पार्टी की नीति के अनुसार है. उसके बाद 13 अप्रैल से लेकर हमारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हैदराबाद में हुई बैठक 3 जुलाई तक मैं पार्टी एवं अपनी विचारधारा के सभी निर्णायक व्यक्तियों से मुलाकात करके इस विषय पर वार्ता कर चुकी हूं. शराबबंदी मेरे निजी अहंकार का विषय नहीं है, बल्कि मध्य प्रदेश की महिलाओं का सम्मान और उनके परिवार की सुरक्षा, युवाओं की रोजी-रोटी एवं भविष्य से जुड़ा हुआ एक सामाजिक विषय है.

अच्छी खबर: पीएम आवास योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मध्यप्रदेश को देश में मिला पहला स्थान, आवास मंत्री ने CM को दी बधाई

मेरी इस विषय पर जब भी कोई महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, तो मैंने उसे कभी सार्वजनिक नहीं किया क्योंकि मुझे भरोसा हो जाता था कि कोई सकारात्मक परिणाम आएगा. इस कारण से कई बार मेरे मौन से मैं निंदा उपहास एवं आलोचना की पात्र बनी. इसलिए अब मैं आपसे अपनी पार्टी के मुखिया से सार्वजनिक अपील करती हूं कि शराब एवं नशे पर पार्टी के वरिष्ठ जनों से आप परामर्श करके एक जैसी शराब नीति सभी भाजपा शासित राज्यों को लागू करने का निर्देश दें जैसे कि गांव और शहरों में भीड़ को खुले अहातों में शराब पिलाना.

किसी भी धार्मिक स्थल एवं शिक्षण संस्थाओं से शराब की दुकान की दूरी एवं निश्चित समय पर ही दुकान का खुलना, 11 शराब की बोतलें घर ले जाने की अनुमति, एक के बदले एक मुफ्त बोतल देने की दुकानदारों की नीति, मजदूरों की बस्तियों के पास शराब की दुकान एवं अहाता और जहाँ महिलाएं एकत्रित होती हों, इन सब में पार्टी की नीति स्पष्ट हो एवं हमारी पार्टी की हर राज्य सरकार उसका पालन करने के लिए बाध्य हो.

मिर्ची बाबा के विवादित बयान से गोविंद सिंह नाराज: नेता प्रतिपक्ष बोले- उन्हें आपत्ति है तो न्यायालय की शरण लें, इस तरह बोलना उचित नहीं

मैं इसके लिए एक उदाहरण लिखती हूं कि हमारे देश में शराब पीकर वाहन चलाना अपराध है, तो फिर हमारी मध्य प्रदेश की सरकार ने खुले अहातों में झुंड के झुंड लोगों को शराब पिलाने का लाइसेंस देकर क्या गैरकानूनी काम नहीं किया, क्योंकि वह शराब के नशे में ही अपने घर तक वाहन से जाते हैं. अभी भी मेरा भरोसा शिवराज जी पर एवं उन सब पर है जिनसे में मुलाकात कर चुकी हूं कि मध्य प्रदेश की सरकार अपनी शराब नीति को वापस लेकर नई संशोधित नीति को आपके मार्गदर्शन में प्रस्तुत करेगी.

आप मेरा बहुत सम्मान करते हैं एवं मुझे अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं पार्टी लाइन नहीं तोड़ती हूं किंतु जिन विषयों पर मेरी आस्था होती है उन्हें भी मैं छोड़ नहीं सकती. मोदी जी मेरे नेता हैं, भाजपा मेरी पार्टी है, मैं पार्टी की एक देशभक्त कार्यकर्ता होने के नाते हमेशा भाजपा का प्रचार करूंगी. मध्य प्रदेश एक संस्कारवान शांतिप्रिय राज्य है. मैं इस राज्य की सभी महिलाओं और अन्य शांतिप्रिय नागरिक जनों की तरफ से आपसे अपील करती हूं कि आप इस विषय की गंभीरता की ओर ध्यान देकर मेरे इस पत्र में शराब के संबंध में उठाए गए बिंदुओं के निराकरण का मार्ग निकालिए.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus