रायपुर. प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए निराशाजनक परिणाम आए. जिसके बाद प्रदेश में अब नए चेहरे की तलाश शुरू हो चुकी है. नेता प्रतिपक्ष को लेकर कई नाम की चर्चा है. लेकिन इसी बीच उमेश पटेल को दिल्ली से बुलावा आ गया है. हालांकि, प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए उमेश पटेल के अलावा भूपेश बघेल, चरण दास महंत, कवासी लखमा और लखेश्वर बघेल के नाम की भी चर्चा है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खरसिया के तीसरी बार के विधायक कांग्रेस सरकार में कद्दावर मंत्री रहे शहीद नंद कुमार पटेल के पुत्र उमेश पटेल के नाम की चर्चा जोरों पर है. सूत्रों की मानें तो उमेश नंदकुमार पटेल को दिल्ली दरबार से बुलावा आ गया है. उमेश पटेल की छवि एक बेदाग नेता की है और उन्हें सत्ता और संगठन में काम करने का अच्छा अनुभव है.

जहां एक ओर सारे मंत्री और बड़े नाम हार गए, वहीं पटेल परिवार की परंपरागत सीट से फिर एक बार उमेश पटेल रिकॉर्ड मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. उनके पिता शहीद नंदकुमार पटेल प्रदेश के कद्दावर नेता थे और विपक्ष में रहते हुए पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रदेश में निकली परिवर्तन यात्रा का नेतृत्व करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी. विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान खरसिया के कार्यक्रम में राहुल गांधी ने खुले मंच से शहीद नंद कुमार पटेल की तारीफ की थी. उमेश पटेल को जिताकर भेजने की बात कही थी. उसे समय भी या मामला काफी सुर्खियों में था.

वहीं अब देखना दिलचस्प होगा कि, नेता प्रतिपक्ष की कमान सौंपने की तलाश कहीं उमेश पटेल पर आकर तो नहीं रुकती है. उमेश पटेल प्रदेश में युवाओं के बीच अपनी जबरदस्त लोकप्रियता के लिए प्रसिद्ध हैं. विपक्ष में प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहते हुए अपनी जबरदस्त कार्य क्षमता का परिचय देते हुए पूरे पूरे प्रदेश में युवाओं को एकजुट करके दिखाया था. 2018 की सरकार बनने में युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

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