बलांगीर। ओडिशा के बलांगीर जिले के बेलपड़ा गांव से एक 15 वर्षीय लड़के के लापता होने के लगभग एक हफ्ते बाद टिटिलागढ़ पुलिस ने मामले को सुलझाने का दावा किया है और उसके चाचा को अपहरण और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि लड़के का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और बाद में उसके चाचा, जिसकी पहचान रोहन बाग के रूप में हुई, उसकी हत्या कर दी. रोहन ने अपने भतीजे रेहान की गला दबाकर हत्या कर दी थी. बाद में पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी ने मृतक लड़के के परिवार वालों को फोन किया और 3 लाख रुपए की फिरौती मांगी.

​पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक नाबालिग 14 अप्रैल 2024 को अपने घर से लापता था. लड़के के माता-पिता की दर्ज कराई शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुरू में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी और जांच शुरू की थी.
मामला तब सामने आया जब पुलिस हत्यारे चाचा को गिरफ्तार कर सीन रिक्रिएशन के लिए घटनास्थल पर ले गई. पुलिस ने नाबालिग के क्षत-विक्षत शव को भी बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

बाद में, पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां मजिस्ट्रेट ने उसकी जमानत याचिका खारिज करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस संबंध में आईपीसी की धारा-302 और 366 के तहत मामला (166/24) दर्ज किया गया. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने पुष्टि की कि 14 अप्रैल को उसके पिता से फिरौती के रूप में 3 लाख रुपये नहीं मिलने पर उसने अपने भतीजे की गला घोंटकर हत्या कर दी. बाद में उसने शव को गांव के पास एक नाले के पास दफना दिया और घटनास्थल से भाग गया था.

हालांकि, रोहन का फिरौती की मांग करते हुए लिखा गया एक पत्र पीड़ित के पिता की ओर से रोहन को सौंपे जाने के बाद पुलिस ने उस पर ध्यान केंद्रित किया. पुलिस को जांच के दौरान लड़के की गुमशुदगी में रोहन बाग की संलिप्तता तब मिली जब उसके पिता ने पुलिस को फिरौती की मांग करते हुए एक धमकी भरा पत्र सौंपा. पत्र में कहा गया है कि तीन लाख रुपए की फिरौती देने के बाद ही लड़के को छोड़ा जाएगा.

पुलिस ने पत्र के आधार पर जांच को आगे बढ़ाने के लिए एक तकनीकी टीम का गठन किया. उन्होंने लड़के की गुमशुदगी में रोहन की संलिप्तता पाई और उसे पूछताछ के लिए उठाया. पूछताछ के दौरान उसने अपने भतीजे के अपहरण और हत्या की बात स्वीकार कर ली.