कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश विधान सभा (MP Assembly) में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह (Leader of Opposition) ने बीजेपी सरकार पर जुबानी हमला बोला है। प्रदेश के वर्तमान हालातों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए अघोषित आपातकाल (Undeclared Emergency) बताया है। उन्हें पुलिस थानों में प्रताड़ना का फोटो जारी कर प्रदेश के जिलेवार आंकड़े भी दिए है। (Bajrang Dal workers)
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने अघोषित आपातकाल घोषित कर दिया है। प्रदेश में ना कोई बोल पा रहा है ना स्वतंत्र रूप से घूम पा रहा है। सभी की आवाज पर ताला लगा दिया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि यह आपातकाल नहीं तो क्या है? जो लोग सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हैं उन पर गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए जाते हैं। जेलों में फांसी कोटा सहित गंभीर गुनहगारों की तरह उन्हें डाल दिया जाता है।
हवा और रोशनी पर भी रोक
6 बाई 6 के पुलिस कमरे में उन्हें डाल दिया जाता है। रोशनदान भी बंद कर दिए जाते हैं। उनकी हवा और रोशनी पर भी रोक लगा दी जाती है। शून्य से 2 डिग्री तापमान के बीच उन्हें जेल में फटे हुए कंबल दिए जाते हैं। हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जेलों में घुसाया जा रहा है। बजरंग दल के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में लूटमार और पिटाई कर रहे हैं।
आदिवासियों की जमीन पर सरकार कब्जा कर रही
सिवनी में दो हत्या कर दी, मंडला में गरीब आदिवासी महिला की जमीन पर यह लोग कब्जा कर रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। डॉ सिंह ने कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता आनंद राय का आदिवासियों के समर्थन में आवाज उठाना, फिर उनकी गिरफ्तारी और सागर जेल में यातनाएं देना। पेसा कानून लागू होने के बावजूद ग्राम सभा की बिना अनुमति के आदिवासियों की जमीन पर शिवराज सरकार कब्जा कर रही है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री राजा पटेरिया की बातों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया। एफआईआर दर्ज की और आज जेल में उनको यातनाएं दी जा रही है। कहा कि सिवनी जिले में 2 आदिवासियों की बजरंग दल ने गौ मांस बनाकर खाने के संदेह में हत्या कर दी और एक को अधमरा कर दिया। पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा।
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अंग्रेजों के समय की तरह यातनाएं दी जा रही
इसी तरह मंडला जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सरकारी जमीन के साथ आदिवासी महिला की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। परिवार के लोगों को बेरहमी से मारा पीटा। ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में ज्ञापन देने गए एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने छात्राओं की आड़ में बेरहमी से मारपीट की। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन के दौरान पुतला दहन किया उस वक्त भी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जेल में डाल दिया गया।
दतिया जिले के कांग्रेस के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता को थाने में बंदकर अंग्रेजों के समय जो यातनाएं दी जाती थी वैसी दी गई। कमर और हाथ में लाठी फंसा कर पीटा गया।
अपरहण और डकैती के आरोपी फरार
श्योपुर जिले में पशु चराने गए चरवाहों का 6 दिन पहले अपहरण हो गया लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं है। उनके परिवार के लोग तड़प रहे हैं। गोहद में 3 दिन पहले डकैती डाली गई और अपराधी फरार है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती खुद कह रही है कि मुरैना जिले की घड़ियाल सेंचुरी से हजारों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली के जरिए अवैध उत्खनन किया जा रहा है। वह खुद कह रही है सरकार नाम की कोई चीज नहीं है।
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