पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद. प्रदेश में सर्वाधिक दुर्घटना वाले थानों में गरियाबंद सिटी कोतवाली का नाम 79 नम्बर पर है। लगातार पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही के बावजूद थमा नही दुर्घटना का आंकड़ा तो अब पुलिस ने जनजागरण का अभियान छेड़ दिया।
पुलिस द्वारा यातायात सुरक्षा के साथ गौ रक्षा के लिये छेड़े गया अभियान अब मुहिम बन गया है सोशल मीडिया में” मिशन say hi to गाय” के लिये अपील के बाद अब लोग सड़कों में खड़ी गायों को हटाने के बाद आगे बढ़ रहे हैं। दो दिन पहले सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंग ने सुरक्षित सफर के साथ गायों को भी बचाने के लिये “मिशन – say hi to गाय” के नाम से अभियान शुरू किया था।
अभियान के तहत पहले पुलिस स्वयं सड़को पर खड़ी गायों को सड़क किनारे या सुरक्षित जगज पर हटाया, फिर इसे मिशन के स्लोगन के साथ सोशल मीडिया में दो दिन पहले वायरल किया।देखते ही देखते पुलिस के इस अभियान का असर सड़को पर दिखने लगा।सड़को पर मौजूद गायों को हटाने के साथ साथ लोग अपने तस्वीर सोशल मीडिया में डाल रहे हैं।
सड़क सुरक्षा अभियान के बावजूद कोतवाली 79 वे नम्बर पर- आंकड़ो पर नजर डालें तो 2017 में अकेले सिटी कोतवाली में सड़क दुर्घटना के 56 मामले दर्ज हुए,जिसमें 17 मामले में दुर्घटना से मौत हुई थी।ये आंकड़े राज्य भर में चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा अभियान के बावजूद ज्यादा दुर्घटना वाले थानों की सूची में टॉप 100 थानों में सिटी कोतवाली गरियबन्द को 79 नम्बर पर लाकर खड़ा कर दिया। 2018 में 8 महीनों में 25 से ज्यादा घटनाए दर्ज हो गई थी।
आंकड़ो में कमी लाने छेड़ी गई मुहिम-थाना प्रभारी सचिन सिंग ने बताया की केस स्टडी में पाया गया कि,दुर्घटना हाई स्पीड के अलावा सड़क पर मौजूद मवेशियों को बचाने के चलते ज्यादा हुई है। हाई स्पीड वालो पर चलानी कारवाही के साथ साथ मवेशियों को सड़क से हटाने का अभियान जरूरी था,इसके पशु विभाग व नगरपालिका की मदद भी ली गई थी पर ज्यादा कारगर साबित नही हुआ।इसलिए सचिन सिंग ने सड़को पर मौजूद मवेशियों को हटाने सोशल मीडिया में अभियान छेड़ दिया। जिसका परिणाम दो दिनों में ही देखने को मिल गया।