टुकेश्वर लोधी, आरंग। आरंग क्षेत्र के ग्राम पंचायत अमेठी के आश्रित ग्राम गुदगुदा में रेत का अवैध उत्खनन और भंडारण धड़ल्ले से जारी है. रोजाना रात के अंधेरे में गुदगुदा के रेत खदान से चैन माउंटेन मशीन से बेहिसाब रेत निकाला जा रहा है. साथ ही गांव के शासकीय जमीनों पर सैकड़ों वाहन रेत का अवैध भंडारण किया गया है.

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लगातार कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपाने वाली खनिज विभाग की नजर गुदगुदा रेत खदान पर अभी तक नहीं गई है, जिसके कारण से विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है. खनिज विभाग पर सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि गुदगुदा रेत खदान से कुछ ही दूरी पर बेनीडीह है, जहां बीते दिनों रेत के अवैध खनन पर विभाग द्वारा कार्रवाई की गई थी. लेकिन गुदगुदा रेत खदान पर अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. कार्रवाई नहीं होने से गुदगुदा रेत खदान में किसी रसूखदार व्यक्ति की संलिप्तता की बात कही जा रही है.

प्रशासन ने नहीं दी है रेत खनन की अनुमित

बता दे कि गुदगुदा रेत खदान आरंग-खरोरा मुख्यमार्ग से मात्र दो किमी की दूरी पर स्थित है. गुदगुदा रेत खदान को प्रशासन की स्वीकृति नहीं मिली हैं. खदान में महानदी के भीतर रैम बनाए गए है, जिससे रोजाना रेत का उत्खनन हो रहा है. माफिया रात भर खनन के बाद सुबह होते ही खनन में उपयोग होने वाले चैन माउंटेन मशीन और हाइवा वाहन को खदान से कुछ ही दूर पर छिपा कर रख देते हैं.

12 लाख में गुदगुदा खदान का सौदा!

सूत्रों की माने तो गुदगुदा रेत खदान को अवैध रूप से संचालित करने के लिए रेत माफियाओं ने ग्रामीणों से 12 लाख रुपए में सौदा किया गया है..इसकी पहली किस्त 3 लाख रुपए ग्रामीणों को दी जा चुकी है. वहीं गांव के जनप्रतिनिधियों को भी मोटी रकम देने की बात कही जा रही है. ग्रामीण किसी प्रकार का हंगामा खड़ा न कर रहे इसलिए समय-समय पर मुर्गा और दारू की व्यवस्था भी खनन माफिया द्वारा की जाती है.

सख्त कार्रवाई की तैयारी में खनिज विभाग

वहीं इस पूरे मामले में सहायक खनिज निरीक्षक रघुनाथ भारद्वाज ने कहा कि जहां भी शिकायत मिल रही है, विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है. गुदगुदा रेत खदान को प्रशासन से स्वीकृति नहीं मिली है. खनिज विभाग जल्द ही गुदगुदा में सख्त कार्रवाई करेगी.