UP के मेरठ जिला जेल में बंदी जयवीर जेल के बाथरूम में घायल हालत में बेहोश पड़ा मिला। उसके सिर में चोट मिली। जहां जेल प्रशासन ने कैदी को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। अस्पताल में डॉक्टरों ने कैदी को मृत घोषित कर दिया।

परिवार के लोग इस मौत को हादसा नहीं मान रहे है। वे जांच की मांग कर रहे है। जयवीर के खिलाफ 1997 में चोरी का मामला दर्ज हुआ था। सरधना के भामौरी गांव का रहने वाला था। मेडिकल थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।

जेल प्रशासन के अनुसार जयवीर पहले जेल गया बाद में उसकी जमानत हो चुकी थी। कुछ महीने पहले उसके खिलाफ कुर्की का वारंट जारी हुआ था। तभी से पुलिस उसकी तलाश में थी। 19 मई को जयवीर दोबारा सरधना थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा और मेरठ जेल में बंद किया गया। सुबह 5 बजे दूसरे बंदियों ने उसे देखा और जेल प्रशासन को बताया।

परिवार ने भी छोड़ा था साथ

भामौरी के ग्रामीणों ने बताया कि जयवीर के दो भाई सरधना में रहते हैं। जयवीर नशे का आदी था, जिसके चलते पत्नी और बच्चे भी छोड़कर चले गए थे। उसने गांव का मकान भी बेच रखा था और फिलहाल वह गांव में शहीद स्मारक में बने एक कमरे में रह रहा था। यहां तक कि उसके पास खाने-पीने का भी बंदोबस्त नहीं था। कुछ समय पहले उसकी जमानत करा दी थी, लेकिन अब कोर्ट की तरफ से कुर्की के आदेश जारी हो चुके थे। जिसके चलते पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।

वहीं सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया ने बताया कि बंदी के शव का पोस्टमार्टम कराया जिसमें पता चलाकि सेप्टीसीमिया के कारण उसकी मौत हुई है।

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