
शब्बीर अहमद, भोपाल। Akanshi Yuva: मध्य प्रदेश में नौकरी की तलाश कर रहे युवा अब बेरोजगार नहीं बल्कि ‘आकांक्षी युवा’ कहलाएंगे। देशभर में एमपी संभवतः ऐसा पहला राज्य होगा जहां बेरोजगारी का नाम बदलकर ‘आकांक्षी युवा’ जैसा नाम दिया गया है। वहीं इसे लेकर सियासत भी शुरू हो गई। विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है और बयानबाजी का दौर जोरों पर है।
कांग्रेस विधायक के बेरोजगार युवाओं के सवाल पर विभाग ने दिया आकांक्षी युवाओं का आंकड़ा
दरअसल, विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह ग्रवाल ने बेरोजगारी को लेकर सवाल पूछा था। जिस पर रोजगार विभाग ने उन्हें जवाब में आकांशी युवाओं की जानकारी दी। विभाग की ओर से बताया गया कि आकांक्षी युवा 8 महीने में ही बेरोजगार हो गए। आठ माह में प्रदेश के 33 लाख से ज्यादा बेरोजगार आकांक्षी युवा बन गए। 8 महीने पहले पूछ गए सवाल में सरकार ने माना कि प्रदेश में 33 लाख युवाओं के पास नौकरी नहीं है। 8 महीने बाद जब फिर से बेरोजगारी को लेकर आंकड़ा मांगा गया तो यह जवाब मिला।





क्या मिला जवाब?
सदन में कांग्रेस MLA को जवाब मिला, “पंजीकृत बेरोजगारों की जानकारी संधारित नहीं की जाती, अपितु आकांक्षी युवाओं की जानकारी संधारित है। पिछले पांच साल में प्रदेश 2700 से ज्यादा रोजगार मेले लगाए गए, जिसमें 3 लाख युवाओं को रोजगार मिला।” बता दें कि कल सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी एक निजी कार्यक्रम में युवाओं को ‘आकांक्षी युवा’ कहा था।


सुप्रिया श्रीनेत ने कसा तंज
बेरोजगारों का नाम बदलकर ‘आकांक्षी युवा’ रखने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। महिला नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “मध्यप्रदेश में बेरोजगार अब बेरोजगार नहीं आकांक्षी युवा कहलाएंगे। ना रहेगा बांस, ना रहेगी बांसुरी। ना बेरोजगार होंगे, ना बेरोजगारी खत्म करने का टेंशन। सुनने में आ रहा है मोदी जी को आईडिया पसंद आया है। पूरे देश में लागू करने पर विचार कर रहे हैं।”

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें