रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी के मुद्दे पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में जाकर उलूल-जुलूल बयान देते हैं. खुद के राज्य की बेरोजगारी को छुपाते हैं. वहीं चंद्राकर ने CMIE की बेरोजगारी दर रिपोर्ट और बढ़ते क्राइम ग्राफ पर भी सवाल उठाए. उन्होंने CMIE के CEO को चुनौती दी कि किस तरह के सैंपल लेकर आंकड़े जारी करते हैं. उनसे मैं बहस करना चाहता हूं.

CMIE की रिपोर्ट पर कहा कि ये कंपनी हर महीने बेरोजगारी दर की आकंड़े जारी करती है, भी अगस्त में बेरोजगारी का आंकड़ा .4% है, हो सकता है अगले महीने में ये आंकड़ा जीरो हो जाए, क्योंकि ये प्राइवेट कंपनी है और बेरोजगारी दर को लेकर आंकड़े जारी करती है.

वहीं चंद्राकर ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने जवाब दिया. बेरोजगारों का पंजीयन नहीं करवाया जाता, जो रोजगार चाहता है, उनका पंजीयन करवाया जाता है. वहीं दूसरे प्रश्न में कहा कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की कोई परिभाषा नहीं है. एक प्रश्न में कहा कि पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या बताए जाना संभव नहीं है. वहीं एक प्रश्न में कहा कि 21-22 की तुलना में 22-23 में 29 हजार 834 बेरोजगारों की संख्या में बढ़ातरी हुई है.

चंद्राकर ने कहा कि पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 18 लाख 84 हजार 630 है. ये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक के सवालों के जवाब में कहा था, जिसमें ST-SC की बेरोजगारी दर बढ़ है. 2019-22 तक बड़े तादाद में बेरोजगार बढ़े हैं.

चंद्राकर ने जन संपर्क विभाग को भी घेरा. उन्होंने कहा कि ये विज्ञापन जारी कहते हैं कि 4 लाख 65 हजार लोगों को नियुक्ति दी गई. फिर विज्ञापन आता है 6 लाख लोगों को हमने रोजगार दिया. फिर मुख्यमंत्री लोकवाणी में बोलते हैं, हमने 5 लाख लोगों को रोजगार दिया, जबकि वित्त विभाग ने 40 हजार 35 पदों की स्वीकृति दी है.

वहीं चंद्राकर ने विधानसभा में रेणु जोगी के सवालों का हवाला देते हुए कहा कि 28 हजार 735 पदों में नियमित भर्ती 13 हजार 418 और संविदा भर्ती 15 हजार 38 हुए हैं. चंद्राकर ने कहा कि इन सब पर विचार करें, तो कौन सा सत्य है, ये मुख्यमंत्री बताएं. अगर मेरे कथन गलत हैं, तो कार्रवाई करें.

वहीं उन्होंने क्राइम को लेकर भी भूपेश सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि छत्तीगढ़ हर पांचवा व्यक्ति अवसाद का शिकार है. इसमें नेशनल क्राइम ब्यूरो के हिसाब से छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ में विगत 3 साल में 26 हजार व्यक्तियों ने आत्महत्या की. इसमें युवा 18 हजार हैं, 43% युवा नशे की गिरफ्त में है. 85 लाख लोग नशे की गिरफ्त में हैं. मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को बर्बाद करने पर तुले हैं. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री कृपया कर बेरोजगारी की सही परिभाषा और सही आंकड़े छत्तीसगढ़ की जनता के सामने स्पष्ट करें, छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को छलना बंद करिए.

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