रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर नवंबर 2020 में घटकर 3.5 प्रतिशत रह गयी है, जो राष्ट्रीय बेरोजगारी की दर 6.51 प्रतिशत से 3.01 प्रतिशत कम है. नवंबर महीने में देश में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर 7.07 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 6.26 प्रतिशत रही.
सेन्टर फाॅर माॅनिटरिंग इंडियन इकानामी (सीएमआईई) द्वारा ताजा जारी बेरोजगारी दर के आंकड़ों में, नवंबर के महीने में छत्तीसगढ़ में नवंबर के महीने में बेरोजगारी की दर 3.5 प्रतिशत रही, जबकि नवंबर के ही महीने में हरियाणा में बेरोजगारी दर 25.6 प्रतिशत, राजस्थान में 18.6, गोवा में 15.9 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 13.8, त्रिपुरा में 13.1 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 11.2 प्रतिशत, बिहार में 10 प्रतिशत रही. हालांकि, पुडुचेरी 2.2 प्रतिशत, कर्नाटक और सिक्किम 1.9, ओडिसा 1.7, मेघालय और तमिलनाडु 1.1, तेलंगाना और उत्तराखंड 1.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर की वजह से छत्तीसगढ़ से बेहतर प्रदर्शन किया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के धान खरीदी की दर में बढ़ोतरी किए जाने के साथ का ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का परिणाम नजर प्रदेश में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं, इसके अलावा कोरोना काल में राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को भी लोगों को आर्थिक गतिविधियों से जोड़कर रखा गया. यही वजह है किबेरोजगारी की दर में कमी दर्ज की जा रही है. इसके पहले छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर जून में 14.4 से घटकर जुलाई में 9 प्रतिशत के स्तर पर आ गई थी.
छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह से ही औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हो गई थी. अर्थव्यवस्था के गति पकड़ने की वजह से प्रदेश में जीएसटी कलेक्शन बढ़ा. इसके अलावा अच्छी बारिश से राज्य में कृषि की गतिविधियों में तेजी आयी है. मनरेगा में अधिक से अधिक रोजगार मूलक कार्यों के संचालन और लघुवनोपज की खरीदी से प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़े.