भुवनेश्वर। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बहुप्रतीक्षित पुरी-कोणार्क रेल लाइन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंजूरी दे दी है. 32 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के निर्माण के लिए 492 करोड़ रुपये भी मंजूर किए हैं. Read More – Odisha News : राज्य सरकार ने पदक विजेता भारतीय हॉकी टीमों में ओडिशा के खिलाड़ियों के लिए की पुरस्कार की घोषणा

मंत्री वैष्णव ने आज भुवनेश्वर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि परियोजना को मंजूरी दे दी गई है और धन उपलब्ध है. रेल लाइन निर्माण के लिए जमीन मिलते ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा. कुल मिलाकर इस प्रोजेक्ट के लिए 217 एकड़ जमीन की जरूरी है. उन्होंने भूमि अधिग्रहण कार्य के क्षेत्र में राज्य सरकार से सहयोग का आग्रह किया.

एक बार लाइन चालू हो जाने पर इससे आध्यात्मिक, विरासत और तटीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इस लाइन पर विस्टाडोम जैसी ट्रेन सेवाएं चलेंगी. यह कोणार्क सूर्य मंदिर को श्रीजगन्नाथ मंदिर से जोड़ेगा. इस रूट की ट्रेनों में जगन्नाथ संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा. इसके अलावा इस रेल लाइन में 4 से 5 टूरिस्ट हब बनाए जाएंगे. रेल खंड में जगन्नाथ संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए रेलवे जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के साथ समन्वय करेगा.

मंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में ओडिशा में 409 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) और रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) का निर्माण किया गया है और राज्य में 220 आरओबी और आरयूबी अब प्रगति पर हैं.

इसके अलावा मंत्री वैष्णव ने भुवनेश्वर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा के प्रसिद्ध कवियों और पश्चिमी ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत पर पांच स्मारक डाक टिकट भी जारी किए. उन्होंने पश्चिमी ओडिशा के 7 जिलों में 42 शाखा डाकघरों का भी उद्घाटन किया.

केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने डाक टिकट जारी करने और डाकघरों के उद्घाटन के दौरान बुर्ला के संबलपुर विश्वविद्यालय के बीजू पटनायक सभागार में आयोजित समारोह की शोभा बढ़ाई.