कर्नाटक की पुलिस ने आठ साल के बच्चे के अपहरण मामले का खुलासा कर कई राज से पर्दा हटाया। इस मामले में अपहर्ताओं ने बिटकॉइन में फिरौती मांगी थी। अपहृत बच्चा कोलार जिले के मालुर में कुरना होसा हाली बस्ती में पाया गया। पुलिस ने कहा कि बच्चे को उसके परिवार को सौंप दिया गया है। डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में फिरौती मांगने का यह मामला देशभर में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। पुलिस ने सुबह पांच बजे दक्षिण कन्नड़ जिले में एक घर पर छापा मारा और अपहर्ताओं के चंगुल से बच्चे को आजाद करा लिया।
पुलिस ने कहा कि अपनी तरह का यह पहला मामला था जब बिटकॉइन से फिरौती मांगी गई थी। बच्चे को छुड़ाने के लिए दर्जनों पुलिसकर्मियों की चार टीमें लगाई गई थीं। अपहर्ताओं ने शुरू में फिरौती में सौ बिटकॉइन मांगे थे। यह राशि 17 करोड़ रुपये के आसपास बैठती थी। बाद में गिरोह ने अपनी मांग में संशोधन किया और उसे कम कर दस करोड़ कर दिया। आखिर में वे पच्चीस लाख रुपये पर राजी हो गए। पुलिस ने इस संबंध में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि ये सभी छह अपहर्ता तकनीकी रूप से दक्ष हैं।