गोरखपुर के पिपरौली ब्लॉक में आयोजित एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कुल 63 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे. लेकिन इसमें दो वैवाहिक जोड़े ऐसे थे जो मीडिया की सुर्खिया बने हुए है.
वो इसलिए क्योंकि मां और बेटी दोनो ने एक साथ एक ही मंडप में शादी की. ये सामूहिक विवाह मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत किया गया था. जिसमें बेटी इंदू की शादी उसके हमउम्र नौजवान राहुल से हुई तो 53 वर्षीय मां बेला देवी ने अपने 55 साल के अविवाहित देवर जगदीश के साथ जीने-मरने की कसमें खाईं.
जिस देवर ने अपनी भाभी (वर्तमान पत्नी) से शादी की वह अब तक अविवाहित थे. करीब 25 साल पहले बड़े भाई हरिहर का निधन हो गया गया. उनके दो और तीन पुत्रियां थीं, जगदीश की भाभी बेला देवी सभी बच्चों को पढ़ाया-लिखाया अच्छे से परवरिश की. दो बेटों और दो बेटियों की शादी भी कर दी. तीसरी और सबसे छोटी बेटी इंदू की शादी पिपरौली ब्लॉक में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में होना तय हुआ तो जगदीश और बेला ने भी अपने बारे में ये बड़ा निर्णय लिया.