पकंज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा. प्रदेश के धुर नक्सल प्रभावित इलाका दंतेवाड़ा हमेशा नक्सलियों उत्पात की वजह से सुर्खियों में रहता है. लेकिन इन सब सुर्खियों के बीच एक एक अनोखा मामला सामने आया है. आज तक आपने इंसानों की शादी होते देखा होगा. गायों की शादी के बारे में भी सुना होगा लेकिन एक ऐसी शादी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. जिसे पढ़कर आप भी हैरान हो जाएंगे. ये शादी किसी इंसान की नहीं बल्कि एक कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गा और मुर्गी की है.  मुर्गेे का नाम कालिया और मुर्गी का नाम सुंदरी है.  इन दोनों शादी के लिए बकायदा कार्ड भी छपवाए गए और आस-पास के लोगों को निमंत्रण भी दिया गया.

 

पूरे रीति रिवाज के साथ हुई शादी

इस अनूठी शादी के लिए बकायदा घराती और बराती दोनों पक्ष ने शादी में मंडप, हल्दी तेल जैसी पूरी रश्म अदायगी की है. जो कि आमतौर पर आपकों आदिवासी शादियों में देखने को मिलता होगा. आम शादियों की तरह ही गाजे बाजे के साथ गांव में बारात निकाली गई और लोगों ने जमकर ठुमके लगाए. इन क्षेत्रों में अक्सर मेढ़क मेढ़की की शादी की जाती है लेकिन लोगों ने इस बार कुछ अलग करने ठान ली थी. यहीं नहीं दुल्‍हन पक्ष के लोगों ने दूल्‍हे के घर पहुंचकर घर में बिजली और शौचालय की व्यवस्था है कि नहीं इसकी जानकारी भी ली. जिसके बाद ही इनकी शादी तय हुई.

दरअसल समूह की कुछ महिलाओं ने आपस में चर्चा कर एक विचार बनाया कि कड़कनाथ प्रजाति की मुर्गे और मुर्गी की आपस में पूरे रीति-रिवाज के साथ शादी करा दी जाए. इसके पीछे इन महिलाओं का मकसद कड़कनाथ का प्रचार-प्रसार करना है. महिलाओं ने इनकी शादी कराकर एक मिशाल पेश की है जो समाज को एक संदेश है.